भगवान विष्णु जी को समर्पित श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट आज शाम 03:35 बजे शीतकाल के लिए पारंपरिक विधि-विधान एवं धार्मिक अनुष्ठानों के साथ बंद कर दिए गए। श्रद्धालुगण अब अपने इष्टदेव के दर्शन जोशीमठ स्थित नरसिंह मंदिर में कर सकेंगे। कपाट बंद होने मौके पर धाम को सुंदर फूलो से सजाया गया था।
बता दें कि कपाट बंद होने के बाद कुबेर और उद्धव जी की उत्सव मूर्ति डोली बामणी गांव के लिए रवाना हुई। इस वर्ष बद्रीनाथ धाम में 17 लाख 60 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने बदरीनाथ धाम के दर्शन किए, जो अब तक का रिकार्ड है। कपाट बंद होने के मौके पर धाम में करीब दस हजार श्रद्धालु मौजूद रहे।