देहरादून : कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने अपने ऑफिशियल ट्विटर और फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया है। जिसमे उन्होंने अपने माता पिता को खो चुकी रुद्रप्रयाग के जखोली ब्लॉक के कपणियां गांव की अनाथ बेटी खुशी से फोन पर बातचीत की। उन्होंने खुशी बेटी को भरोसा दिलाया कि उसकी बुआ रेखा आर्या सदैव उसके साथ रहेगी। उसे वात्सल्य योजना का लाभ दिलाने के साथ सभी तरह की मदद की जाएगी।
आपको बता दें रुद्रप्रयाग जिले के जखोली ब्लॉक के कपणियां गांव की 9 वर्षीय खुशी के माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं। उसकी जिम्मेदारी चाचा और चाची के ऊपर आ गई है, कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर ही ख़ुशी के बारे में जानकारी मिली थी। मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी लगने पर उन्होंने मौके पर विभागीय अधिकारियों को भेजा और ख़ुशी से खुद भी फ़ोन पर उसकी बुआ के रूप सरकार की और उसे भरोसा दिया कि सरकार हर वक्त उसके साथ रहेगी।
माननीय मंत्री जी ने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकाला , सराहनीय प्रयास ! 🙏 उम्मीद है की आपके द्वारा उज्ज्वल भविष्य हेतु सतत प्रयास और सहायता इन्हे मिलती रहेगी ।
— Devendra Singh (@dsingh319) August 22, 2021
मंत्री रेखा आर्य का यह अंदाज देख लोगों की आंखे नम हो गई। सोशल मीडिया पर लोग कमेंट कर मंत्री जी की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं, लोगों का कहना है कि अनाथ हो चुके बच्चों के लिए सरकार का यह कदम बेहद शानदार है।
नमस्कार आपको।ऐसे सरकार के नीतियों को धरातल पर लाने ओर जन् जन तक पहुँचाने के लिए । बहुत धन्यवाद आपका 🙏
— Krishna singh (@Krishna93718516) August 22, 2021
क्या है वात्सल्य योजना-
उत्तराखंड में कोविड से माता या पिता में से किसी एक की मृत्यु हो जाने पर भी बच्चों को वात्सल्य योजना का लाभ मिलेगा। इस तरह के बच्चों को महीने में तीन हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है, साथ में बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा की जिम्मेदारी भी सरकार संभालेंगी। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य के मुताबिक इन बच्चों के प्रति सरकार गंभीर है। बच्चे खुद को असुरक्षित न समझें, 21 वर्ष तक उनके स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा का इंतजाम सरकार करेगी।