देहरादून : उत्तराखंड के वीर सपूतों ने अपनी जान की परवाह किए बिना देश की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। न जाने कितने ऐसे परिवार हैं जो अपने वीर सपूतों को खो चुके हैं। अभी दो दिन पहले ही उत्तराखंड के दो जांबाज़ पुंछ में शहीद हो गए। टिहरी गढ़वाल के विक्रम सिंह नेगी और चमोली जिले के योगंबर सिंह के पुंछ में शहीद होने की खबर सामने आई थी। लेकिन एक बार फिर उत्तराखंड के लिए दुखद खबर आई है। उत्तराखंड के दो और जवानों के शहीद होने की सूचना है। जानकारी के अनुसार, नरेंद्रनगर ब्लाक के खाड़ी-रामपुर गांव निवासी सूबेदार अजय रौतेला पुत्र स्व. अब्बल सिंह रौतेला और लैंसडोन के नायक हरेंद्र सिंह आतंकियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि सूबेदार अजय रौतेला और नायक हरेंद्र सिंह भी सेना के उस सर्च ऑपरेशन में शामिल थे, जिसमें गुरुवार को उत्तराखंड के दो जवान शहीद हो गए थे। इस दौरान कुछ जवान लापता भी हो गए थे सेना ने सर्च ऑपरेशन करते हुए दोनों के शव मेंढर तहसील में भाटादूड़ियां के नाड़ खास जंगल से शनिवार शाम को निकाला।
उत्तराखंड में शहीद के परिजनों को सूचना दी गई है, जानकारी के अनुसार, नरेंद्रनगर ब्लॉक के रामपुर खाड़ी गांव निवासी सूबेदार अजय रौतेला 17 गढ़वाल राइफल में थे और वर्तमान में आरआर 48 (राष्ट्रीय राइफल) में जम्मू कश्मीर में तैनात थे। वर्तमान में उनका परिवार देहरादून क्लेमनटाउन में निवासरत है। उनके शहादत की खबर मिलने के बाद परिवार में कोहराम मचा है। उनके घर में उनकी पत्नी विमला देवी, जुड़वां पुत्र सुमित और अमित का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया जा रहा है कि शहीद का शव उनके गांव रामपुर खाड़ी लाया जाएगा, इसके लिए उनका परिवार अपने गाँव के लिए रवाना हो गया है।
वहीं शहीद नायक हरेंद्र सिंह पौड़ी गढ़वाल जिले के निवासी थे। उनका घर पौडी गढ़वाल जिले के ग्राम पीपलसारी, पोस्ट रिखनीखाल तहसील लैंसडाउन में है। सेना ने शनिवार को उनके शहादत की खबर उनके घर पर दी। बता दें कि पिछले एक हप्ते में उत्तराखंड के जम्मू-कश्मीर में चार जवान शहीद हुए हैं जबकि एक जवान गुवाहाटी में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए शहीद हुआ है। ग्राम धनौरी, रूङकी निवासी भारतीय सेना के जवान सोनित कुमार सैनी एक दुर्घटना में घायल हो गए थे। सोमवार को उनके शहीद होने की दुखद सूचना मिली थी।