उत्तराखंड में इन दिनों बाघ और गुलदार की दहशत बनी हुई है। हर रोज कहीं न कहीं से जानवरों के हमलों की खबर आती रहती हैं। सोमवार को घास लेने गई महिला लापता हो गई थी जिसका शव देर रात को घने जंगल से मिला। जिस जंगल में जानकी घास लेने के लिए गई थी। वह रामनगर डिवीजन की फतेहपुर रेंज का हिस्सा है। घटनास्थल का मुआयना करने और शव को देखने के बाद वन विभाग विभाग को शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में भेज दिया है। वहीं इलाके में गश्त बढ़ाई गई है। वन विभाग ने माना है कि महिला को गुलदार ने नहीं बल्कि बाघ ने अपना निवाला बनाया है। इस क्षेत्र में पहले भी कई घटनाओं में बाघ और गुलदार लोगों को अपना निवाला बना चुके है।
जानकारी के अनुसार, पनियाली ग्राम पंचायत के मां शक्ति दरबार क्षेत्र निवासी 50 वर्षीय जानकी देवी पत्नी श्याम सिंह सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे करीब गांव से सटे जंगल में घास लेने के लिए गई थी। उनके साथ गाँव की अन्य महिलाएं भी घास लेने गई थी। जंगल में घास काटने के दौरान जानकी साथियों से आगे निकल गई। उनके साथ की महिलाओं ने उनका इन्तजार किया लेकिन वह नहीं तो सभी लोग घर को लौट आए। जब काफी देर बाद भी जानकी वापस नहीं आई। तो ग्रामीणों ने इसका सूचना वन विभाग को दी इस बीच अनहोनी की आशंका भी सताने लगी। वन विभाग ने सूचना पर जंगल में रेस्क्यू चलाया देर रात काठगोदाम बीट के कक्ष संख्या तीन व चार के बार्डर क्षेत्र से जानकी का शव मिला। बाघ ने जानकी को मौत के घाट उतार दिया था। उनकी एक टांग घुटने के नीचे से गायब थी।