अगर आप घूमने जाना चाहते हैं और महंगे होटल में नहीं रूकना चाहते तो फिर क्या विकल्प है? आप अपने सगे-संबंधी के यहां जाने के बारे में सोचेंगे। लेकिन, ऐसी जगह अगर ये भी नहीं हुए तो क्या होगा? ऐसे में ‘होम स्टे’ अच्छा विकल्प है पर्यटन उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय पर्यटक अपने घर से दूर एक ‘घर’ चाहते है इस उद्योग में वृद्धि की संभावना का कोई अंत नहीं है, इसलिए आज आपको उत्तराखंड के एक ऐसे होम स्टे के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जो कई सालों से पर्यटकों को आकर्षित करता आ रहा है। इस होम स्टे की खासियत है कि यह पूरी तरह इको-फ्रेंडली घर है। सात ताल घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए यह अच्छा दूसरा घर है। प्रसिद्ध हस्तियों ने इस घर को कुछ दिनों के लिए अपना घर बनाया है। जिस घर की हम बात कर रहे हैं यह घर उत्तराखंड के भीमताल में “दी रिट्रीट” के नाम से मशहूर है।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी एक बार देवदार और ओक के पेड़ों के बीच बसे इस घर में मेहमान रही थी। जाने माने निर्देशक शेखर कपूर 2020 में तीन महीने यहां रहे। दिलचस्प बात यह है कि उनकी फिल्म ‘मासूम’ (1983) के कुछ हिस्से इसी घर पर शूट किए गए थे। 154 साल पुराने इस घर में जाने माने लेखक ब्रूस चैटविन रहे, 2011 से इस घर को आम लोगों की मेहमान नवाजी के लिए खोला गया तब से लगातार यहां पर्यटकों की दिलचस्पी देखने को मिलती है।
द रिट्रीट अपनी दिलचस्प कहानियों के लिए जाना जाता है। बताया जाता है द्वितीय विश्व युद्ध से पहले एडोल्फ हिटलर की असफल हत्या के प्रयास के बाद भारत आकर बसने वाले फ्रेडरिक स्मेटेसेक ने इस घर को राजनयिकों के लिए गेस्ट हाउस के रूप में शुरू किया था। आप यहां पहाड़ों की रोमांचकारी यात्रा का भी अनुभव कर सकते हैं। अगर आप प्रकृति प्रेमी तो फिर यह होम स्टे आपके लिए ही बना है।