यह एक दुःखद संयोग ही है कि उत्तराखण्ड से दो सैन्य अधिकारी ऐसे हुए, जो सेना के सर्वोच्च पद तक पहुंचे और दोनो की ही मृत्यु पद पर रहते हुए हुई। दोनो का एक ही नाम भी था। जनरल बिपिन चंद्र जोशी, पीवीएसएम, एवीएसएम , एडीसी, भारतीय सेना के 17 वें सेनाध्यक्ष बने थे। उनका जन्म 5 दिसंबर 1935 को पिथौरागढ़ में हुआ था। जबकि सेना प्रमुख के पद पर रहते जनरल बीसी जोशी की 19 नवंबर 1994 को नई दिल्ली सैन्य अस्पताल में ह्रदय आघात से मृत्यु हो गई। वे 1995 में सेवानिवृत्त होने वाले थे। वह भारतीय सेना का एकमात्र अध्यक्ष हैं जो अपने कार्यकाल में मृत्यु को प्राप्त हुए। तब सेना का यह पद सर्वोच्च पद माना जाता था।
वहीं, जनरल बिपिन सिंह रावत, पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम , वाईएसएम ,एसएम, वीएसएम, एडीसी, भारतीय सेना के 26 वें सेनाध्यक्ष बने इसके बाद वे देश के प्रथम सीडीएस बने जो कि सेना का अब सर्वोच्च पद है। रावत का जन्म 16 मार्च 1958 पौड़ी गढ़वाल में हुआ जबकि वे सेना के सर्वोच्च पद सीडीएस पद पर रहते हुए 08 दिसंबर 2021 को दुखद हादसे का शिकार हो गए जिसमें उनकी मृत्यु हो गई।