चारधाम यात्रा-2023 के अन्तर्गत (20 अगस्त, 2023 तक) अभी तक कुल 3711075 (सैंतीस लाख ग्यारह हजार पिचहत्तर) श्रद्धालु हेमकुण्ड सहित चारधाम की यात्रा कर चुके हैं।
• चारधाम यात्रा हेतु जी०एम०वी०एन० गेस्ट हाउसों की बुकिंग के तहत अभी तक 229909876.00 (बाइस करोड़ नियान्यनवे लाख नौ हजार आठ सौ छियत्तर) से भी अधिक की बुकिंग की जा चुकी है।
प्रदेश में यात्रियों की सुरक्षा, सुगमता के दृष्टिगत राज्य में प्रथम बार यात्री सुरक्षा प्रबन्धन प्रणाली (Tourist Safety Management System) TSMS का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया गया।
• चारधाम यात्रा हेतु वर्ष 2023 ऑनलाईन पंजीकरण व्यवस्था के अन्तर्गत मोबाईल एप, टोल फ्री नं0 के साथ ही WhatsApp एवं कन्ट्रोल रूम में फोन के माध्यम से पंजीकरण किये जाने की व्यवस्था की गयी है । चारधाम यात्रा 2023 हेतु पर्यटकों की सहायता व सुरक्षा के दृष्टिगत आउटसोर्स (उपनल/ पी0आर0डी0) के माध्यम से यात्राकाल में धामों में पुरूष व महिला “पर्यटन सहायता व सुरक्षा मित्र” की तैनाती की गयी है ।
• धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में विभिन्न सर्किटों का निर्माण किया गया है। जिसमें शैव सर्किट के अन्तर्गत 24, शाक्त सर्किट के अन्तर्गत 24, वैष्णव सर्किट के अन्तर्गत 21 विवेकानंद सर्किट के अन्तर्गत 13, नवग्रह सर्किट के अन्तर्गत 08, हनुमान सर्किट के अन्तर्गत 08, नागराजा सर्किट के अन्तर्गत 15, महासू देवता सर्किट के अन्तर्गत 04 तथा गोलू देवता सर्किट के अन्तर्गत 04 मन्दिरों को शामिल किया गया है।
सीमान्त क्षेत्रों के गांवों में सुविधाओं के विस्तार और आजीविका विकास के लिए “Vibrant Village योजना” प्रारम्भ करने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी, चमोली पिथौरागढ जनपदों के 51 गांवों का चिन्हीकरण किया गया है।
नीति घाटी में स्थित टिम्मरसैंण महादेव (शिवलोक ) को दर्शानार्थियों के लिए खोल दिया गया है तथा माणा स्थित मूसापानी को भी विकसित किया जाएगा।
सुरकण्डा देवी मंदिर में श्रद्धालुओं हेतु मंदिर के दर्शन को सुगम बनाने के दृष्टिगत से “सुरकण्डा देवी रोपवे” का PPP Mode के माध्यम से निर्माण कार्य पूर्ण करवाकर अप्रैल 2022 में संचालन सफलतापूर्वक किया जा रहा है।
जनपद उत्तरकाशी के अन्तर्गत जानकी चट्टी (खरसाली) से यमुनोत्री (मन्दिर) तक रोपवे परियोजना का निर्माण PPP Mode में विकसित किये जाने हेतु निजी निवेशक का चयन कर अनुबन्ध हस्ताक्षरित कर लिया गया है।
कुमाऊँ मण्डल के अंतर्गत मानसखण्ड मंदिर माला मिशन योजना हेतु 48 प्रमुख ऐतिहासिक व पौराणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मंदिरों को चिन्हित किया गया है ।
औली में विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत परिसम्पत्तियों का संचालन सुव्यवस्थित रूप से किये जाने हेतु औली Skeeing Destination के सुनियोजित विकास हेतु ” औली मास्टर प्लान” तैयार किया जा चुका है।
जागेश्वर धाम अल्मोड़ा, महासू देवता मंदिर हनोल एवं गंगोत्री – यमुनोत्री आदि का मास्टर प्लान तैयार करवाया जाना प्रस्तावित है ।
जनपद उत्तरकाशी के अन्तर्गत जानकी चट्टी (खरसाली) से यमुनोत्री (मन्दिर) तक रोपवे परियोजना का निर्माण PPP Mode में विकसित किये जाने हेतु निजी निवेशक का चयन कर अनुबन्ध हस्ताक्षरित कर लिया गया है।
कुमाऊँ मण्डल के अंतर्गत मानसखण्ड मंदिर माला मिशन योजना हेतु 48 प्रमुख ऐतिहासिक व पौराणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मंदिरों को चिन्हित किया गया है ।
औली में विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत परिसम्पत्तियों का संचालन सुव्यवस्थित रूप से किये जाने हेतु औली Skeeing Destination के सुनियोजित विकास हेतु ” औली मास्टर प्लान” तैयार किया जा चुका है।
जागेश्वर धाम अल्मोड़ा, महासू देवता मंदिर हनोल एवं गंगोत्री – यमुनोत्री आदि का मास्टर प्लान तैयार करवाया जाना प्रस्तावित है ।
जनपद उत्तरकाशी के अन्तर्गत जानकी चट्टी (खरसाली) से यमुनोत्री (मन्दिर) तक रोपवे परियोजना का निर्माण PPP Mode में विकसित किये जाने हेतु निजी निवेशक का चयन कर अनुबन्ध हस्ताक्षरित कर लिया गया है।
कुमाऊँ मण्डल के अंतर्गत मानसखण्ड मंदिर माला मिशन योजना हेतु 48 प्रमुख ऐतिहासिक व पौराणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मंदिरों को चिन्हित किया गया है ।
औली में विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत परिसम्पत्तियों का संचालन सुव्यवस्थित रूप से किये जाने हेतु औली Skeeing Destination के सुनियोजित विकास हेतु ” औली मास्टर प्लान” तैयार किया जा चुका है।
जागेश्वर धाम अल्मोड़ा, महासू देवता मंदिर हनोल एवं गंगोत्री – यमुनोत्री आदि का मास्टर प्लान तैयार करवाया जाना प्रस्तावित है ।
• पर्यटन विभाग द्वारा प्रथम बार भीमताल एवम् नोकुचियताल में Water bike प्रारंभ की गई।
• पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटकों के लिए रिवर राफ्टिंग हेतु नये स्थल भागीरथी नदी (हर्षिल ), तिलोथ से जोशियाडा एवम् यमुना नदी में (हतियारी गांव से कालसी पुल) तक प्रारंभ किए गये ।
• पर्यटन विभाग द्वारा अलकनंदा, पिंडर, भागीरथी, यमुना, काली, टौंस कोसी, गोरी गंगा, सरयू, रामगंगा (पूर्वी / पश्चिमी) रिवर राफ्टिंग हेतु विभाग द्वारा लिये जाने वाले शुल्क को तीन (03) वर्ष के लिए निःशुल्क किया गया ।
• पर्यटकों के लिए जनपद चम्पावत (लोहाघाट) के कोली ढेक झील में पैडल बोट, डक बोट प्रारंभ की गई।
विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर जॉर्ज एवरेस्ट में हिमालय दर्शन हेतु Air Safari प्रारम्भ कर दी गयी है। इसके साथ ही पैरामोटर गतिविधियों की प्रदर्शनी एवं Aeromodelling गतिविधियों का ट्रायल एवं प्रदर्शनी करायी गयी ।
Medical Tourism, Nature Tourism, Water Tourism की भी प्रदेश में आपार सम्भावनाएं है ।
Adventure Tourism की गतिविधियां-
• जॉर्ज ऐवरेस्ट में हिमालय दर्शन हेतु Air Safari एवं Aero Sports गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
पैराग्लाईडिंग के अन्तर्गत पौड़ी, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, देहरादून, बागेश्वर एवं नैनीताल में नयी साइट चिन्हित की गयी ।
• कैलाश, ओम पर्वत एवं आदि कैलाश के दर्शन हेतु हैली सेवा का प्रारम्भ किये जाने हेतु जनपद पिथौरागढ़, गूंजी, नाबीढांग, जौलिंगकांग में कार्यवाही गतिमान है ।
• सरकार यात्रा एवं मेला प्राधिकरण बनाने की तैयारी कर रही है।