अपने फटी जींस के बयान के बाद विवादों से घिरे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को सोशल मीडिया पर विरोध के बाद अब धीरे-धीरे समर्थन भी मिलने लगा है। उनके बचाव में कई बड़े नेता भी आगे आये हैं। विरोध के बाद सोशल मीडिया अब सीएम के सपोर्ट में पोस्ट की जा रही हैं। दरअसल, सीएम के बयान को जरूरत से ज्यादा मुद्दा बनाये जाने पर लोगों का पारा हाई हो गया है।
लोगों का मानना है कि मुख्यमंत्री ने भारतीय संस्कृति को बचाने के लिए महिलाओं की अहम भागेदारी पर अपनी बात रखी थी। लेकिन पश्चिमी संस्कृति को अपना सब कुछ मान चुके लोगों के लिए यह बर्दाश्त से बाहर हो चूका है। बता दें कि मुख्यमंत्री ने बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ अनुशासन सिखाना भी परिवार की जिम्मेदारी बताया था। बच्चों को संस्कार और भारतीय संस्कृति का ज्ञान देने की बात कही थी। उन्होंने अपनी बात का जिक्र युवाओं से शुरू किया था जिसमे उन्होंने कहा था कि आजकल के युवा फटी जींस पहनकर अपने आप को बड़े बाप का बेटा समझते हैं इसके बाद उन्होंने कहा कि इस ट्रेंड को युवतियों ने भी अपना लिया है। इसके बाद उन्होंने इस संबंध में एक घटना का भी उल्लेख किया जिस पर अब बवाल मचाया जा रहा है ऐसे मुद्दे पर विपक्षियों को राजनीती करने का भरपूर मौका मिल गया है।
दरअसल, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के बयान पर विपक्षियों ने हवा बनाने की पूरी कोशिश लगातार जारी रखी है। राज्यसभा सांसद जया बच्चन, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा, दिल्ली महिला आयोग की स्वाति मालीवाल अध्यक्ष ने तीरथ सिंह रावत के बयान की निंदा की और उनपर निशाना साधा। वहीं, उत्तराखंड में विपक्षियों ने देहरादून-हरिद्वार में जमकर विरोध प्रदशर्न दर्ज किये।
सीएम को घिरता देख उनकी पत्नी डॉ. रश्मि रावत बचाव को आगे आई हैं। तीरथ के बचाव में वीडियो जारी करते हुए वह कहती हैं कि तीरथ ने जिस संदर्भ में यह बात कही है, उसका गलत मतलब निकाला गया है। उनके अनुसार, सिर्फ एक शब्द को पकड़कर विपक्षियों ने मुद्दा बना लिया है। डॉ. रश्मि बताती हैं कि तीरथ का मानना है कि महिलाओं की भागीदारी समाज और देश निर्माण के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। महिलाएं हमारी सांस्कृतिक धरोहर को बचाएं, हमारी पहचान को बचाएं, हमारी वेशभूषा को बचाएं।
वहीं मंत्री सुबोध उनियाल ने मुुख्यमंत्री के बयान का बचाव किया है उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने भारतीय मूल्यों के बारे में कहा था। हर किसी की अपनी पसंद है, चाहे वह महिला हो या पुरुष। उनकी मंशा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की नहीं थी। ऐसी बातों का मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए। वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री का उद्देश्य ऐसा नहीं था, उनका ध्येय था कि समाज के बीच संस्कार विद्यमान होने चाहिए। संस्कार के आधार पर ही समाज मजबूत बनता है।