उत्तराखंड को यूं ही वीर भूमि नहीं कहा जाता है। देश की सरहद पर रक्षा के लिए उत्तराखंड के जवानों का कोई सानी नहीं है, हर युद्ध में उत्तराखंड के जवानों ने वीरता की मिसाल पेश की है। वहीं, यहां के हर व्यक्ति के दिल में देशभक्ति कूट-कूट के भरी है। जैसे कि आप सभी जानते हैं कि भारत-चाइना बॉर्डर पर क्लेस के बाद भारत ने चीन के खिलाफ डिजिटल वार भी छेड़ दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, डिजिटल प्लेटफ्रॉम पर छिड़ी इस लड़ाई से चीन को भारत का सख्त सन्देश गया है अगर चीन इस तरह की हरकत करता है तो उसे हर क्षेत्र में भारत पटकनी दे सकता है। भारत में चीनी सामान का बायकॉट किया जा रहा है इसके साथ ही चीन से संचालित होने वाली मोबाइल एप को यूजर्स द्वारा तेजी से अनस्टाल किया जा रहा है।
उत्तराखंड में भी टिक-टॉक समेत अन्य सभी चाइनीज अप्लीकेशन को सबसे ज्यादा अनस्टाल किया जा रहा है, टिकटॉक एप के उत्तराखंड में लाखों यूजर्स हैं। लोगों के बीच लोकप्रिय हो चुकी इस एप को डिलीट करने के लिए उत्तराखंड के कलाकारों ने सबसे पहले मुहीम छेड़ी थी, पन्नू गुसाईं, गीता उनियाल, मीनाक्षी उनियाल सहित कई दिग्गज कलाकारों ने लाखों फैंस फॉलोविंग वाले टिक-टॉक अकाउंट एक सेकंड में ही उड़ा दिए।
सेंसर टॉवर (Sensor Tower) की तरफ से जारी डेटा के अनुसार, टिक-टोक एप्लीकेशन की मई माह में 51 फीसदी डाउनलोड में कमी आई थी, वहीं जून के महीने में इसके 80 फीसदी डाउनलोड गिरने का अनुमान है। गौरतलब है कि जून महीने में भारत चाइना बॉर्डर क्लेस होने के बाद लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है, छोटे से राज्य उत्तराखंड में टिक-टॉक की लोकप्रियता का बिलकुल खत्म हो जाना इसका उदाहरण है।
इतना ही नहीं, उत्तराखंड में चाइना से संचालित होने वाली अन्य अप्लीकेशन जैसे हेलो, यूसी ब्राउजर, शेयर इट, लाइकी, 360 सिक्योरिटी, विगो वीडियो, वी चैट, वीबो, जूम, क्लब फैक्टरी, शेंडर, ब्यूटी प्लस को भी डिलीट किया जा रहा है। इस बात का प्रमाण इस बात से मिलता है कि गूगल पर चाइनीज एप रिमूवर सर्च करने वालों में उत्तराखंड के लोग सबसे अधिक हैं।
अमर उजाला में छपी खबर के अनुसार, गूगल पर चाइनीज एप रिमूवर को खोजने में उत्तराखंड के लोग सबसे आगे रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में गूगल पर चाइनीज एप सबसे ज्यादा सर्च किया जा रहा है, लोग ढूंढ-ढूंढ कर चाइनीज एप को डिलीट कर रहे हैं। चीनी एप का बहिष्कार होने के साथ इन्हे बैन करने की मांग भी जोर पकड़ रही है, जिससे चीन अलग-थलग पड़े।
सीमा पर जारी तनाव के चलते चीन के खिलाफ उत्तराखंड के सीमावर्ती इलाके के लोगों में भी काफी गुस्सा है, उनका कहना है कि चीन की भारत के सामने टिकने की औकात नहीं है, हमारी सेना चीन से कई ज्यादा मजबूत है, अगर हम लोग एकता दिखाएं तो चीन को आर्थिक मोर्चे पर भी मात दे सकते हैं।