उत्तराखंड के जंगलों में धधकती आग से वन संपदा को भारी नुकसान हुआ है। पिछले दो-तीन दिनों में आग लगने की कई घटनाओं में 63 हेक्टेयर से ज्यादा जंगल जल गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केंद्र से मदद की गुहार लगाईं है, साथ ही एक आपातकालीन बैठक भी बुलाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वनों की आग से न सिर्फ़ वन सम्पदा की हानि हो रही है बल्कि जन हानि और वन्य जीवों को भी नुक़सान हो रहा है। वनाग्नि की घटनाओं की गम्भीरता को देखते हुए तत्काल प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों, वन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग और सभी ज़िलाधिकारियों की आपातक़ालीन मीटिंग बुलायी है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की वन सम्पदा सिर्फ़ राज्य ही नहीं पूरे देश की धरोहर है। हम इसे सुरक्षित और संरक्षित रखने के लिए कृत संकल्प हैं। उत्तराखंड में इस बार जाड़ों में वर्षा सामान्य से भी कम हुई है और इस कारण भी वनों में आग लगने की घटनाएँ तेजी से बढ़ रही हैं। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात कर उत्तराखंड में आग बुझाने हेतु हेलिकॉप्टर और एनडीआरएफ़ के सहयोग हेतु अनुरोध किया, इसके बाद गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए कहा कि उत्तराखंड के जंगलों में आग के सम्बंध में मैंने प्रदेश के सीएम तीरथ सिंह रावत से बात कर जानकारी ली। आग पर काबू पाने और जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने तुरंत NDRF की टीमें और हेलिकॉप्टर उत्तराखंड सरकार को उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए है।
प्रदेश में वनाग्नि की घटनाओं की रोकथाम के लिए @NDRFHQ की टीमें व हेलीकाप्टर देने के लिए आपका तहेदिल से आभार। आपकी इस सहृदयता से हम अपने वनों की सुरक्षा और बेहतर ढंग से कर सकेंगे। https://t.co/uzsAlZKdmR
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) April 4, 2021