कहते हैं मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। इस बात को सच साबित किया है उत्तराखंड की 41 वर्षीय मैराथन खिलाड़ी मेजर शशि मेहता जी ने। शशि मेहता वर्तमान में सहारनपुर में पोस्टेड हैं और बहुत जल्द भारत में होने वाली अल्ट्रारनिंग रेस में हिस्सा लेंगी। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने उन्हें एशिया ओशिनिया चैंपियनशिप ऑफ अल्ट्रारनिंग प्रतियोगिता के लिए चुना है। उनका इस बड़ी प्रतियोगिता में हिस्सा लेना या चुना जाना उत्तराखंड के लिए गौरव की विषय है शशि मेहता की उम्र 40 साल से अधिक है और उनके दो बच्चे भी हैं देश और प्रदेश के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा उनके अंदर कूट-कूट कर भरा है आज वह हर किसी के लिए एक मिसाल बन रही हैं।
मेजर शशि देहरादून से धनौल्टी तक 74 किलोमीटर की दौड़ में प्रथम स्थान हासिल कर चुकी हैं साथ ही वह लद्दाख में ला अल्ट्रा-द हाई रेस में प्रतिभाग कर चुकी हैं। अब मेजर शशि मेहता को ‘एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ ने 24 घंटे एशिया ओशिनिया चैंपियनशिप ऑफ अल्ट्रारनिंग में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया है। अल्ट्रारनिंग की यह अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता 02-03 जुलाई को बैंगलोर में होनी है। इस बार भारत में अल्ट्रा-रनिंग की एशिया चैम्पियनशिप हो रही है देशभर से 06 पुरुष और 06 महिलाओं का चयन किया गया है इसमें एक मेजर शशि मेहता भी शामिल हैं। इस प्रतियोगिता में विभिन्न एशियाई देशों के धावकों की टीमें भाग लेंगी। सभी धावकों को 400 मीटर ट्रैक में 24 घंटे नॉनस्टॉप दौड़ना होगा। 24 घंटे में अधिकतम दूरी तय करने वालों को मेडल दिए जाएंगे।