ग्रामसभा हेलंग की एक महिला का वायरल वीडियो की पडताल के लिए जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना ने अधिकारियों की टीम मौके पर भेजी। जिसमें यह बात सामने आई कि ग्राम सभा हेलंग के अन्तर्गत विगत माह समस्त ग्राम सभा ने ग्राम प्रधान व सरपंच के माध्यम से गांव कोई भी खेल मैदान न होने के कारण खेल मैदान बनाने के लिए टीएचडीसी को एक अनुरोध पत्र भेजा था। जिसमें ग्राम पंचायत में बच्चों को खेलने, सेना भर्ती की तैयारी, गांव के सार्वजनिक कार्यक्रम शादी विवाह आदि के लिए गांव में खेल मैदान बनाने की प्रस्ताव रखा गया।
इसके लिए ग्राम पंचायत की सहमति से वन पंचायत हेलंग के अन्तर्गत राजस्व भूमि (Non ZA) श्रेणी 10(4) कृषि अयोग्य भूमि,(रकवा भीडा में दर्ज ) क्षेत्रफल 1.717 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई। टीएचडीसी द्वारा अनुरोध पत्र को स्वीकार करते हुए नियमानुसार उप जिलाधिकारी जोशीमठ तथा उप वन संरक्षक जोशीमठ से अनापत्ति ली गई। संपूर्ण भूमि राजस्व भूमि होने के कारण तथा उक्त वर्णित भूमि में पातन की श्रेणी में आने वाले बहुत कम वृक्ष होने के कारण दोनों अनापत्ति विधिवत रूप से प्राप्त की गई।
उक्त भूमि से लगे हुए ये दो परिवार समय-समय पर खेल मैदान को बनाने का कार्य रोका जा रहा है। उक्त लोगों को उपजिलाधिकारी जोशीमठ द्वारा समय-समय पर बैठक कर जनहित में गांव के कार्य में सहयोग देने हेतु प्रेरित किया गया। परंतु परिवारों द्वारा इस भूमि पर अवैध अतिक्रमण की मंशा से कार्य में बार-बार बाधा डाली गई।
ग्राम प्रधान हेलंग एवं वन सरपंच हेलंग द्वारा समस्त ग्राम सभा का शिकायती पत्र उप जिलाधिकारी जोशीमठ को प्रस्तुत किया गया कि इन व्यक्तियों द्वारा गांव के विकास हेतु बन रहे खेल मैदान की जमीन पर कार्य नहीं करने दिया जा रहा है।
तहसील प्रशासन एवं पुलिस की टीम द्वारा पूर्व में दो बार मौके पर जाकर उक्त परिवारों को समझा कर इस कार्य को शुरू करने हेतु अनुरोध किया गया। जिसमें समस्त गांव के लोग एवं अन्य क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी प्रशासन की ओर से सम्मिलित रहे। परंतु इन दो परिवारों के निजी स्वार्थ के कारण कार्य एक माह से काम नहीं हो पाया। आखिर में पुलिस एवं प्रशासन की संयुक्त टीम द्वारा मौके पर कार्य शुरू करवाया गया है जिसका ये महिला विरोध कर रही है और प्रशासन फिर भी इसे समझाने मे लगा है।