चारधाम को जोड़ने वाली ऑल वेदर रोड परियोजना से प्रदेश को खासी उम्मीदें हैं। राज्य के निवासी भी यह टकटकी लगाए बैठे हैं कि कब इस सड़क का कार्य पूरा होगा, बता दें कि इस सड़क पर तेजी से कार्य किया जा रहा है, हालांकि कुछ कठिनाईयों के चलते सड़क को बनाने में मौसम और भौगेलिक परस्थितियां भी सामने आ रही हैं, अधिकारियों के अनुसार, कुल 889 किमी लंबे चारधाम आलवेदर रोड में से 250 किमी. रोड बनकर तैयार हो गई है। 400 किमी मार्ग के चौड़ीकरण का काम चल रहा है।
राजमार्ग का बाकी बचे हिस्से पर काम शुरू नहीं हो पाया है। इसकी वजह पर्यावरणीय बताई जा रही है। राजमार्ग पर अब तक करीब 4000 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। अनुमान है कि दिसंबर 2020 तक ऑल वेदर रोड की 650 किलोमीटर की कटिंग पूरी हो जाएगी जबकि मार्च 2021 तक कटिंग का कार्य पूरा होने के साथ 600 किलोमीटर की सड़क पूरी तरह तैयार हो जाएगी।
परियोजना पर 12 हजार करोड़ रूपये होंगे खर्च-
इस पूरी योजना की लागत तकरीबन 11700 करोड़ रुपये है, जिसमे कुल 889 किसी सड़क का निर्माण होना है। इस सड़क पर 25 पुल, 13 बाइपास, तीन फ्लाई ओवर, दो सुरंग बनाई जाएँगी, तीर्थ यात्रियों के लिए 28 सुविधा केंद्र बनेंगे, इसके अलावा 154 बस बे व ट्रक बे बनाए जायेंगे, 38 स्थानों पर लैंड स्लाइड जोन बनाये जाएंगे।
1-केदारनाथ-बदरीनाथ कुल 376 किमी सड़क–
ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग 140 किमी के लिए 1824 करोड़ रुपये खर्च होंगे, रुद्रप्रयाग से माणा गांव 160 किमी सड़क के लिए 1498.05 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है। रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड 76 किमी सड़क के लिए 1040.56 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
2-गंगोत्री-यमुनोत्री कुल 363 किमी सड़क-
ऋषिकेश से धरासू 144 किमी सड़क के लिए 1687.70 करोड़ रुपये खर्च होंगे। धरासू से गंगोत्री 124 किमी मार्ग के लिए 2183.85 करोड़ रुपये का बजट खर्च होना है। धरासू से यमुनोत्री 95 किमी सड़क के लिए 1368.17 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
3-टनकपुर-पिथौरागढ़ कुल 150 किमी सड़क-
टनकपुर से पिथौरागढ़ 150 किमी सड़क के लिए 1716.84 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
जनरल वीके सिंह चारधाम रोड की प्रोग्रेस रिपोर्ट चेक करने पहुंचे उत्तराखंड-
जनरल वीके सिंह चारधाम रोड की प्रोग्रेस रिपोर्ट की समीक्षा करने उत्तराखंड पहुचं चुके हैं, वे चारधाम रोड का हवाई मुआयना करते हुए उत्तरकाशी पहुंचेंगे, उनके साथ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद रहेंगे। वीके सिंह मंत्रालय, बीआरओ और उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। बैठक में वे परियोजना की भौतिक प्रगति की समीक्षा करेंगे। साथ ही राजमार्ग बनाने में आ रही दिक्कतों के बारे में भी जानेंगे।
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