न्यूजीलैंड के माउंगानुई में खेले जा रहे वर्ल्ड कप मुकाबले में भारत और पाकिस्तान की महिला टीमें आमने सामने हैं। मुकाबले में उत्तराखंड की बेटी स्नेह राणा ने 53 रनों की नाबाद पारी खेलकर भारत को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला। एक समय भारतीय टीम 114 रनों पर छह विकेट गँवा चुकी थी लेकिन उसके बाद बल्लेबाजी करने उत्तरी स्नेह राणा ने भारतीय टीम को 244 रनों के लक्ष्य तक पहुंचाया, वह अंत तक आउट नहीं हुई। बता दें कि भारतीय टीम ने पहले खेलते हुए 7 विकेट पर 244 रन बनाए हैं यह एक सम्मानजनक स्कोर कहा जा सकता है। आज के मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी थी, भारत की शुरुआत खराब रही, टीम को तीसरे ओवर में शेफाली वर्मा के रूप में बड़ा झटका लगा। शेफाली 6 गेंदों में खाता भी नहीं खोल सकीं यहां से स्मृति मंधाना ने दीप्ति शर्मा के साथ दूसरे विकेट के लिए 92 रन की साझेदारी की।
दीप्ति 57 गेंदों में 40 रन बनाकर पवेलियन लौटीं, जिसके कुछ देर बाद स्मृति मंधाना को अनम ने अपना शिकार बनाया। मंधाना ने वनडे विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ पहला अर्धशतक जड़ा। उन्होंने 75 गेंदों में 1 छक्के और 3 चौकों की मदद से 52 रन बनाए। भारत ने 114 के स्कोर तक अपने 6 विकेट गंवा दिए थे, लेकिन सातवें नंबर पर बल्लेबजी करने उतरी उत्तराखंड की स्नेह राणा ने साथी खिलाड़ी पूजा वस्त्राकर के साथ मिलकर 122 रन की साझेदारी कर मैच में भारत की वापसी करा दी। स्नेह राणा ने 48 गेंदों में नाबाद 53 रन बनाए, जबकि पूजा ने 67 रन की पारी खेलकर आउट हुई। बता दें कि स्नेह और पूजा दोनों ही खिलाड़ी 2016 से भारतीय टीम के साथ जुडी हैं दोनों ही खिलाड़ियों को चोट की वजह से काफी समय तक टीम से बाहर रही, दोनों ही खिलाड़ियों की संघर्ष की कहानी लगभग-लगभग एक जैसी है। दोनों ही खिलाड़ी भारतीय टीम में आलराउंडर की भूमिका निभा रही हैं। मप्र के शहडोल की रहने वाली पूजा ने 10 साल की उम्र में मां को खो दिया था, जबकि उत्तराखंड के देहरादून की रहने वाली स्नेह राणा ने एक साल पहले अपने पिता को खोया है। आज दोनों ही खिलाड़ियों जो खेल दिखाया उसमें उनके हौसले की कहानी को भी याद किया जा रहा है। बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक कुल 10 मुकाबले खेले गए हैं, जिसमें पाकिस्तान को एक भी जीत नसीब नहीं हुई है। विश्व कप के इस मैच में भारत बुलंद इरादों से उतरा है। अब देखना होगा कि भारतीय टीम पाकिस्तान को 245 रनों के तारगेट से पहले रोक पाती है या नहीं।