उत्तराखंड की बेटियां हर क्षेत्र में अपनी कामयाबी का लोहा मनवा रही हैं। सेना में शामिल होने के लिए भी उत्तराखंड की बेटियां सबसे आगे हैं। पौड़ी जिले के पट्टी चलणस्यू के भैसकोट गांव की याशिका नयाल ने सेना में कमीशन प्राप्त किया है। उनकी इस उपलब्धि पर ग्रामीणों समेत, सोशल मीडिया पर प्रदेश के लोगों ने खुशी जताई है। ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी चेन्नई से पास आउट होकर सेना का हिस्सा बनी याशिका के कन्धों पर उनके पिता योगेंद्र नयाल जो कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण में वरिष्ठ ड्राफ्ट्समैन के पद पर कार्यरत हैं और माता वीना नयाल ने स्टार लगाए।
यशिका ने दून के कॉन्वेंट ऑफ़ जीजस एन्ड मेरी स्कूल से 12वीं और चंडीगढ़ से बी.ए की परीक्षा पास की। उसके बाद उन्होंने सीडीएस क्वालीफाई किया। याशिका का कहना है कि उसका सपना बचपन से ही सेना में जाने का था, जो पूरा हो गया। याशिका को सेना में स्थाई कमीशन मिलेगा। दरअसल, सेना में पहले महिलाओं को स्थाई कमीशन नहीं मिलता था, जिससे उनको पेंशन समेत कई अन्य सुविधाएं नहीं मिल पाती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं है।
17 फरवरी को माननीय सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद सेना की कई शाखाओं में अब महिलाओं को स्थाई कमीशन दिया जा सकेगा। अहम फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उन सभी महिला अफसरों को तीन महीने के अंदर आर्मी में स्थाई कमीशन दिया जाए जो शिक्षा कोर, सिग्नल, मैकेनिकल इंजीनियर, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर, आर्मी एविएशन, आर्मी सर्विस कोर, आर्मी ऑर्डिनेंस कोर, आर्मी एयर डिफेंस और इंटेलिजेंस कोर में भर्ती हैं।