नैनीताल: उत्तराखंड हल्द्वानी के बिठोरिया के रहने वाले नागालैंड में नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए योगेश परगाई को नम आंखों से आज सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। बता दें कि बुधवार की रात को टीम के साथ गश्तकर लौट रहे थे।
इस बीच, नक्सलियों ने हमला कर दिया और फायरिंग में एक गोली योगेश के सीने में लगने से उनकी मौत हो गई।शहीद योगेश परगाईं का शव सुबह 6.15 बजे बिठौरिया स्थित उनके घर पर पहुंचा। जहां उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लग गया। बाद में शव को रानीबाग के चित्रशिला घाट ले जा गया। जहां सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
हल्द्वानी के बिठोरिया नंबर एक में स्थित परगाई निवास में मातम पसरा हुआ है। बुजुर्ग मां तारी देवी बार-बार योगेश को बार-बार याद कर बेसुध हो रही हैं। योगेश की भाभी का भी यही हाल है। पड़ोसी और रिश्तेदार सब एक-एक कर दुख की इस घड़ी में परिवार को ढांढस बंधाने आ रहे हैं लेकिन अंदर रोती-बिलखती शहीद योगेश परगाई की मां सभी से पूछ रही है कि मेरे लाल को वापस ले आओ। परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
शहीद के अंतिम दर्शन के लिए उनके घर के बाहर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। बीती शुक्रवार शाम उनका पार्थिव शरीर दिल्ली पहुंचा था। सुबह पार्थिव शरीर गांव पहुंचा उसके बाद सैन्य सम्मान के साथ चित्रशिला घाट पर शहीद का अंतिम संस्कार हुआ।
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