मुख्यमंत्री त्रिवेन्द ने कहा कि उत्तराखण्ड, राष्ट्रीय राजधानी से रेल, सड़क एवं हवाई मार्ग से सीधे जुड़ा है। इस प्रकार हम दिल्ली के काफी करीब हैं। पौराणिकता भी हमें यहां से जोड़ती है।
हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून, मसूरी और नैनीताल के साथ ही चारधाम गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ, हेमकुण्ड साहिब,नानकमत्ता एवं पिरान कलियर जैसे स्थान, राष्ट्रीय राजधानी से सीधे जुड़े हैं।
उत्तराखण्ड का बेहतर औद्योगिक वातावरण व मानव संसाधन के साथ-साथ राज्यवासियों का शान्त व सहयोगी वातावरण हमें अन्य प्रदेशों से अलग पहचान दिलाता है। राज्य में चारधाम सड़क परियोजना व ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल मार्ग का निर्माण कार्य प्रगति पर है।यह पहल राज्य को बेहतर संसाधन एवं सहायता उपलब्ध कराने में मददगार है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद उद्यमियों से कहा कि हम आप सभी से सुझाव लेने आए हैं। राज्य में कनेक्टिविटी बड़ी तेजी से बढ़ रही है। शीघ्र ही दिल्ली से देहरादून का सफर मात्र 3.30 घंटे में होने लगेगा। कनेक्टिविटी के क्षेत्र में अगले 4-5 साल में बहुत बड़ा परिवर्तन आने वाला है।
राज्य उद्योगों को सबसे सस्ती बिजली उपलब्ध करवा रहा है। लखवाड़ परियोजना में छः राज्यो ंने एमओयू किया है। इससे दिल्ली को भी पेयजल की उपलब्घता में काफी राहत मिलेगी। उत्तराखण्ड को भी 300 मेगावाट बिजली मिलगी। देवभूमि उत्तराखण्ड को पर्यटन के साथ-साथ औद्योगिक रूप से विकसित अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए राज्य सरकार ने कई कदम उठाये हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की उपस्थिति में गुरूवार को नई दिल्ली में उत्तराखण्ड सरकार द्वारा ‘डेस्टिनेशन उत्तराखण्ड-इन्वेस्टर्स समिट’ के तहत रोड शो का आयोजन किया गया। 07 व 08 अक्टूबर को देहरादून में उत्तराखण्ड राज्य का पहला निवेशक सम्मेलन होगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री ने उद्यमियों से मिलकर उन्हें उत्तराखण्ड में निवेश की सम्भावनाओं व औद्योगिक विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाये गये कदमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर, प्राकृतिक संसाधनों की उपलब्धता तथा उद्यमशील युवा सोच, का अद्वितीय मिश्रण है।
विनिर्माण और सेवाओं की पहुंच से सतत रोजगार के अवसर सृजित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता रही है। जिससे हमारे युवाओं को रोजगार के पर्याप्त अवसर सृजित किये जा सकें।
उत्तराखण्ड विकास की ओर तीव्र गति से बढ़ रहा है। उत्तराखण्ड देश में सबसे तेजी से बढ़ रहे अर्थव्यवस्था वाले राज्यों में शामिल है। राज्य में ‘ईज आॅफ डूइंग बिजनेस’ पहल के माध्यम से आवेदन प्रक्रियाओं के सरलीकरण के लिए राज्य में एकल खिड़की व्यवस्था, व्यवसाय की स्थापना और संचालन के लिए अपेक्षित सभी लाइसेंस और अनुमोदनों के लिए ‘वन स्टाॅप शाॅप’ के रूप में प्रारम्भ की गई है। ')}