भगवान केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली बम भोले के जयकारों के साथ केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो गयी है। परंपरानुसार ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर के गर्भगृह से चल विग्रह मूर्ति को बाहर लाया गया। यहां डोली को फूल मालाओं से सजाया गया
केदारनाथ रावल श्री भीमाशंकर लिंग ने मुख्य पुजारी वागेश लिंग को केदारनाथ गद्दी स्थल में पूजा को निर्विघ्नता पूर्वक करने का संकल्प करवाया। बाद मन्दिर की एक परिक्रमा के पश्चात डोली ने सुबह 9:15 अपने पहले पड़ाव के लिए प्रस्थान किया। वहीं सुबह छह बजे से ही ओंकारेश्वर मन्दिर में भक्तों की भीड़ लगनी शुरू हो गयी थी।
डोली प्रस्थान के समय तेज बारिश होने के बावजूद भी भोले के भक्त जयकारों के कुमाऊं रेजिमेंट के बैंड और पहाड़ के परंपरिक वाद्ययंत्र ढोल की थाप पर नाचते रहे। डोली के दर्शनों के लिए देश विदेश से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।तीन मई को धाम के कपाट खुलेंगे। केदारनाथ धाम अगले छह माह तक भगवान केदारनाथ की पूजा-अर्चना होगी। शीतकाल में भगवान केदारनाथ की उत्सव मूर्ति ऊखीमठ में रहती है
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