उत्तराखंड में फिर से बाघ लग गया है, हर दिन बाघ द्वारा हमले की खबरे आ रही है इस बार मामला पौड़ी जिले का है, पौड़ी जिले के गगवाडस्यू पट्टी गाँव गेहड में तेंदुए के हमले से एक महिला बुरी तरह से गंभीर रूप से घायल हो गई है। गेहड गांव निवासी श्रीमती बीरा देवी उम्र 48 साल पत्नी स्वर्गीय प्रदीप बुटोला जी, महिला अपने घर से सुबह जब घास लेने जंगल की तरफ गई ही थी।
रास्ते मे ही इस बीच एक तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। साथियों द्वारा शोर मचाये जाने पर तेंदुआ जंगल की तरफ भाग गया। ग्रामीणों द्वारा घायल महिला को जिला अस्पताल लाया गया महिला का अभी उपचार चल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि अन्य गांवों के सीमावर्ती इलाकों में फैले लाटेना झाडियों के कारणवश आसपास गांव के इलाकों मे आदमखोर तेंदुए आते रहते हैं जिससे गांव भय का माहौल बना रहता है।
नरभक्षी तेंदुये के हमलों से दीवार, कडाकोट, सुमेरपुर, नौटयालगांव, ल्वाली व अन्य गांवों के लोग भयभीत हैं। तेंदुये का निवाला बनी बीरा देवी के पति स्वर्गीय प्रदीप बुटोला जी का दस साल पैहले ही उनका स्वर्गवास हो गया था।
नरभक्षी तेंदुये के हमलों से दीवार, कडाकोट, सुमेरपुर, नौटयालगांव, ल्वाली व अन्य गांवों के लोग भयभीत हैं। तेंदुये का निवाला बनी बीरा देवी के पति स्वर्गीय प्रदीप बुटोला जी का दस साल पैहले ही उनका स्वर्गवास हो गया था।
बीरा देवी गरीबी रेखा मे यापन करनेवाली महिला है जिसका अठारह साल का एक लड़का गुलशन बुटोला है। जो की अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए देहरादून मे एक प्राइवेट नौकरी मे कार्यरत है। गांव के लोगों ने बताया कि तेंदुए के आतंक से भयभीत ग्रामीणों को रात-रात भर जाग कर किसी तरह रात बितानी पड़ रही है। ')}