देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड में पिछले कुछ समय से ऐसी घटनाएं घट रही हैं, जिससे प्रदेश के नाम पर बदनामी का दाग लग गया है। भाऊवाला स्थित बोर्डिंग स्कूल में छात्रा से गैंगरेप के बाद देहरादून के अन्य प्राइवेट स्कूलों की जांच की मांग उठनी लगी हैं।
दरअसल, छात्रा से गैंगरेप के बाद विवादों में आया देहरादून का नामी बोर्डिंग स्कूल पूरी तरह से फर्जी निकला है। सूत्रों के मुताबिक स्कूल के पास राज्य सरकार से कोई एनओसी नहीं थी। अब सीबीएसई ने और गहराई से पड़ताल की तो पता चला है कि स्कूल के पास तो आठवीं की भी मान्यता नहीं थी। जबकि यहां 12वीं तक की पढ़ाई कराई जा रही है।
बता दें कि राज्य सरकार ने सीबीएसई दिल्ली से स्कूल की मान्यता खत्म करने की सिफारिश की थी। इस सिफारिश के आधार पर सीबीएसई दिल्ली कार्यालय की ओर से स्कूल की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है, जांच में फर्जी पाए जाने पर अब स्कूल मी मान्यता रद्द होनी तय है। सोमवार को सीबीएसई की ओर से इस मामले में बड़ी कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है।
स्कूल में हुआ था नाबालिग से गैंगरेप-
14 अगस्त के दिन स्कूल परिसर में चार छात्रों ने एक नाबालिग छात्रा का गैंगरैप किया था। जिसके बाद युवती ने इस घटना की जानकारी के बारे में उसी बोर्डिंग स्कूल में पढ़ने वाली उसकी बड़ी बहन ने छात्रावास की वॉर्डन से लेकर स्कूल प्रबंधन के अधिकारियों तक को बताया, लेकिन सभी ने उसे मुंह बंद रखने को कहा और इसकी शिकायत करने पर स्कूल से निकाल देने की धमकी तक दी।
वहीं कुछ दिन पहले तबीयत बिगड़ने पर स्कूल प्रबंधन उसे एक निजी अस्पताल ले गया, जहां उसके गर्भवती होने का पता चला, आरोप तो यह भी है कि प्रबंधन ने छात्रा का गर्भपात कराने का भी प्रयास किया लेकिन इसी बीच पीड़िता की बहन ने देहरादून में रह रहे अपने एक रिश्तेदार को जानकारी दे दी। ज्सिके बाद मामला स्कूल से बाहर आया।
बता दें कि मामले में खुलासे के बाद पुलिस ने चार छात्रों के अलावा अब स्कूल प्रशासन के पांच सदस्यों को हिरासत में ले लिया है जिनमें निदेशक, प्रिंसिपल, प्रशासनिक अधिकारी, उसकी पत्नी, हॉस्टल वॉर्डन शामिल है।
देहरादून में प्राइवेट स्कूलों की हो जांच-
ऑल इंडिया उत्तराखंड पैरेंट्स एसोसिएशन ने मांग की है कि प्रदेश के सभी प्राईवेट स्कूलों की केंद्रीय स्तर जांच की जाए। इस संबंध ने एसोसिएशन ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखा है। एसोसिएशन के केंद्रीय महासचिव सुदेश उनियाल ने कहा कि बीते दिनों शहर के एक स्कूल की घटना से प्रदेश के सभी स्कूलों पर प्रभाव पड़ा है। एसोसिएशन ने मांग की है कि प्रदेश के सभी स्कूलों की जांच के साथ ही सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए जाएं। ')}