अल्मोड़ा: राज्यपाल डाॅ0 कृष्ण कांत पाल ने रविवार को अल्मोड़ा के काकरीघाट में रामकृष्ण कुटीर एवं विवेकानंद सेवा समिति के कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। राज्यपाल डाॅ0 पाल ने ‘काकरीघाट प्रकल्प आदर्श ग्राम योजना’ तथा ‘विवेकानंद ज्ञानवृक्ष छात्रवृति’ योजना का शुभारंभ किया। राज्यपाल ने स्थानीय 13 प्राथमिक विद्यालयों एवं 02 इण्टर कालेजो के छात्र-छात्राओं को स्कूल बैग एवं अन्य पाठय सामग्री भी वितरित की।
उन्होंने राजकीय विद्यालय नौगाॅव में पुस्तकालय और आध्यात्म केन्द्र की स्थापना हेतु एक लाख रू0 देने की घोषणा की। राज्यपाल ने कहा कि इस पुस्तकालय की स्थापना होने और वहाॅ पर पठन सामग्री रखने से बच्चों को स्वामी विवेकानन्द सहित अनेक महापुरूषों के बारे में जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
VIDEO : उत्तराखंड में मिला दुनिया का सबसे दुर्लभ सांप, देखकर चौंक जायेंगे आप..देखिये वीडियो !
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल डाॅ0 पाल ने स्वामी विवेकानंद के जीवन, उनके संदेश, अल्मोड़ा और हिमालय से उनके लगाव की बात की। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा और उनके आसपास स्वामी विवेकानंद से जुड़े स्थानों के लिए एक पर्यटन सर्किट विकसित किया जाना चाहिए। पर्यटन सर्किट से जोड़ने से जहाॅ एक ओर स्वामी विवेकानन्द से जुड़े अनुयायी यहाॅ पर आकर उनके बारे में जान सकेंगे वही दूसरी ओर यह क्षेत्र पर्यटन के क्षेत्र में आगे बढ़ सकेगा।
जिसे हम समझ रहे थे गांव की भोली भाली लड़की, वो निकली हिंदी सीरियल की बड़ी अभिनेत्री
स्वामी विवेकानन्द ने अपने भारत भ्रमण के दौरान लिखी पुस्तक में पहाड़ो के बारे में जो बात लिखी है उससे इस देवभूमि का मान और भी बढ़ जाता है। स्वामी विवेकानन्द ने शिकागो में आयोजित धर्म संसद में दिये गये अपने भाषण में अपने भारत भ्रमण के दौरान जनपद में स्थित साधना स्थलों में प्राप्त ज्ञान का भी उल्लेख किया है।
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने अपने भाषण के दौरान भारतीय सभ्यता और संस्कृति की प्रशंसा की और विदेश के लोगो का ध्यान यहाॅ की संस्कृति के प्रति आकृष्ट किया। स्वामी विवेकानन्द को यूथ आइकन के रूप में जाना जाता है इसलिए उनके इस स्मृति में युवा दिवस भी बनाया जाता है। ')}