रुद्रप्रयाग: भरदारी गाढ़ और अलकनंदा नदी के संगम स्थल पर मल्यासू गांव में विराजमान भगवान त्रिपुरेश्वर महादेव का मंदिर नदी का जल स्तर बढ़ने से जलमग्न हो गया।
वहां रह रहे मंदिर के पुजारी और पूजा करने आये ग्रामीणों ने किसी तरह से भागकर जान बचाई। मंदिर के साथ ही सभी धर्मशालाओं के अंदर भी पानी घुसने से मूर्तियां और सभी सामान खराब हो गया। सूचना मिलना पर तहसीलदार ने मौके पर जाकर शीघ्र ही अहेतुक राशि प्रदान की।
दरअसल, मंगलवार सुबह अलकनंदा नदी के जल स्तर में एकाएक वृद्धि हो गई। जिस कारण अलकनंदा नदी और भरदारी गाढ के बीच में स्थित भगवान शिव का मंदिर जलमग्न हो गया। मंदिर के चारों ओर नदी का पानी भर गया।
मंदिर के अंदर पानी भरने से मूर्तियां भी खराब हो गई। जबकि मंदिर के अंदर रखा सामान भी पूर्ण रूप से नष्ट होने के साथ ही नदी में बह गया। मंदिर में रह रहे बाबा और वहां पूजा करने आये कुछ श्रद्धालुओं ने भागकर अपनी जान बचाई। मंदिर को जोड़ने वाला पुल भी सुबह के समय पूर्ण रूप से जलमग्न हो गया था।
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मल्यासू के पूर्व प्रधान विक्रम सिंह चैहान ने बताया कि जीवीके कंपनी की लापरवाही के कारण मंदिर जलमग्न हुआ है। बांध का पानी समय पर नहीं छोड़ा गया। जिस कारण झील का जल स्तर बढ़ता गया और मंदिर डूबता गया। उन्होंने कहा कि कंपनी को पूर्व ही पानी के बहाव पर नजर बनाई रखनी चाहिये।
वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद तहसीलदार श्रेष्ठ गुनसोना मौके पर पहुंचे और मंदिर में रह रहे पुजारी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। तहसीलदार ने कहा कि मंदिर के पुजारी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। साथ ही अहेतुक राशि प्रदान की गई है। ')}