उत्तराखंड में बुधवार तड़के आई आंधी ने जमकर कहर बरपाया। इस दौरान कुमाऊं के सितारगंज के गोविंदपुर गांव में सेमलपुरा पुलभट्टा निवासी धर्मपाल (68) पुत्र सुंदरलाल की गौशाला की छत गिरने से मौत हो गई।
गरुड़ में बैजनाथ थानांतर्गत अयारतोली गांव में बिजली गिरने से फैले करंट की चपेट में आने से मंजू (14) पुत्री बाला गिरि झुलस गई। खटीमा में अंधड़ में घर की छत ढह गई।
इससे बानूसी निवासी रोहित सिंह (23) घायल हो गया, जबकि नगला तराई निवासी शंकर (60) तेज हवा के चपेट में आने से चोटिल हो गए। रामनगर में चार घंटे की बारिश में कोसी बैराज में बुधवार को 150 क्यूसेक पानी रिकॉर्ड किया गया। कोसी में मंगलवार की रात को केवल 64 क्यूसेक पानी था।
अंधड़ से कई जगहों पर कच्चे मकान और टिन शेड उड़ गए। पेड़ों के गिरने से कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं जिससे बिजली आपूर्ति के साथ-साथ जलापूर्ति भी ठप हो गई। दर्जनों घरों की बिजली लाइनें फुंक गईं। फसलों और फलों को भी इस अंधड़ से काफी नुकसान हुआ है।
ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 94 पर नरेंद्रनगर के कुमारखेड़ा बाईपास में तड़के करीब चार बजे पहाड़ी दरकने से सड़क पर भारी मलबा जमा हो गया, जिसके चलते मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप पड़ी है।
देर शाम चमोली में आए तूफान के कारण घाट क्षेत्र में एक आम का पेड़ टूटने से दो मकान क्षतिग्रस्त हो गए और एक मकान की छत उड़ गई। इस दौरान मकान में रह रहे दो लोगों को चोटें आई हैं।
राजस्व उप निरीक्षक कुलदीप शाह ने बताया कि नुकसान का जायजा लेकर रिपोर्ट तहसील प्रशासन को भेजी जा रही है। दूसरी ओर उत्तरकाशी जिला मुख्याल के पास नालूपानी में भी तूफान से एक पेड़ उखड़ गया।
पेड़ की चपेट में आने से पहाड़ी से पत्थर लुढ़क कर एक चलते ट्रक पर आ गिरा। इससे चालक को गंभीर चोट आई है, हालांकि ट्रक किसी बड़े हादसे का शिकार होने से बच गया। उत्तराखंड में कई जगह तूफ़ान के साथ बारिश की खबरें आ रही हैं, कई जगह नुक्सान की खबरें आ रही हैं।
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