देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट का जल्द ही विस्तार होगा। एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्टेंडर्ड का बनाया जाएगा। वहीं पंतनगर एयरपोर्ट का अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार विस्तार करने के लिए भूमि चिन्हित कर नागरिक उड्डयन विभाग प्रस्ताव तैयार कर रहा है। अगर इस बार यह प्रस्ताव पास हो जाता है तो उत्तराखंड में पर्यटन को भी नई उड़ान मिल सकेगी ।
जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार विकसित करने के लिए 60 मीटर चौड़ा और 270 मीटर लंबा रनवे का विस्तार किया जाना है। इसके लिए 105 हेक्टेयर भूमि की जरूरत होगी। वन विभाग से जमीन लेकर हवाई पट्टी का विस्तार किया जाएगा। इसमें कुछ निजी भूमि भी शामिल है, इसके बाद एक ओर से हवाई जहाज लेंडिंग कर सकेगें और दूसरी ओर उडान भरेंगे।
विस्तारीकरण पर आने वाले सारा खर्च केंद्र सरकार उठाएगी। आपको बता दें कि काफी समय से जौलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तार के लिए कवायत चल रही है । इसके साथ पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तार की चर्चा भी है। पंतनगर एयरपोर्ट के आसपास सरकार के पास सरकारी और वन भूमि उपलब्ध है। विस्तारीकरण से जौलीग्रांट और पंतनगर से वियतनाम, कंबोडिया, दुंबई समेत गल्फ कंट्री के लिए हवाई सेवाएं शुरू होगी।
सचिव, नागरिक उड्डयन विभाग दिलीप जावलकर ने बताया कि जौलीग्रांट और पंतनगर एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार विकसित करने के लिए भूमि चिन्हित कर प्रस्ताव कैबिनेट को भेजा जाएगा। तकनीकी विशेषज्ञों की रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है। दोनों एयरपोर्ट के लिए किस तरह से भूमि का अधिग्रहण किया जा सकता है।
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