केरल के 24 वर्षीय अब्दुल शकूर की हत्या 485 करोड़ के बिटक्वाइन के लिए हुई थी, देहरादून पुलिस ने दो दिन के अंदर हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है। आपको बता दें कि देहरादून में अब्दुल की बुधवार देर रात हत्या कर लाश को एक प्राइवेट हॉस्पिटल के इमरजेंसी वॉर्ड में छोड़कर आरोपी फरार हो गए थे। पुलिस ने शुक्रवार को केरल के रहने वाले फारिस ममनून, अरविंद सी, आसिफ अली, सुफैल मुख्तार और आफताब मोहम्मद को गिरफ्तार किया। ये सभी केरल के रहने वाले हैं।
एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने खुलासा किया कि अब्दुल शकूर की हत्या की मुख्य वजह सैकड़ों करोड़ की क्रिप्टोकरंसी थी। सभी आरोपी शकूर की टीम के सदस्य थे। उन्होंने शकूर को मारने से पहले प्रेम नगर इलाके के एक घर में उसे यातनाएं दी थीं।’
एसएसपी ने कहा कि पुलिस इन आरोपियों की तलाश कर रही थी। ये सभी केरल के मंजेरी कस्बे के रहने वाले हैं। शकूर ने कथित तौर पर मंजेरी के स्थानीय लोगों से बिटकॉइन में निवेश करने के लिए 485 करोड़ रुपये जुटाए थे। पुलिस ने बताया कि बिटकॉइन में नुकसान होने के बाद शकूर और उसके साथी केरल से भाग आए।
मगर केरल से कुछ लोग इनके पीछे लगे हुए थे जिसके चलते ये लोग बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहे थे। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि शकूर ने अपने करीबी साथी आशिक को धोखा दिया था और उससे कहा कि मेरा बिटकॉइन अकाउंट हैक हो गया है। उसने कहा कि वह लोगों का पैसा चुकाने के लिए अपनी क्रिप्टोकरंसी लॉन्च करेगा।
हालांकि आशिक इससे संतुष्ट नहीं हुआ। आशिक ने बाकी साथियों के साथ मिलकर शकूर का बिटकॉइन पासवर्ड जानने की जुगत लगाई। आशिक को लगता था कि शकूर के पास अब भी सैकड़ों करोड़ की क्रिप्टोकरंसी है। सभी साथियों ने मिलकर शकूर को पासवर्ड पूछने के लिए टॉर्चर करना शुरू कर दिया, यातनाओं की इंतहा हुई तो शकूर की मौत हो गई और इसी के साथ यह रकम भी डूब गई।
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