कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के जनता दरबार में जहर खाकर पहुंचने वाले ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे की मौत के बाद परिवार को शासन ने 12 लाख की आर्थिक सहायता देने के साथ यह आश्वासन भी दिया कि मृतक की पत्नी को हल्द्वानी में भी क्लास थ्री में संविदा पर नौकरी दी जाएगी। गौरतलब है कि प्रकाश पांडे का पार्थिव शरीर रात करीब 2:30 बजे काठगोदाम स्थित आवास पर पहुंचा। पांडे के परिजनों ने सरकार के लिखित आश्वासन के बगैर अंतिम संस्कार से इन्कार कर दिया था।
बाद में जिलाधिकारी के आश्वासन पर परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए बीजेपी द्वारा संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति करने के आरोपों पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस राजनीति नहीं कर रही है लेकिन अगर बीजेपी को यही लगता है तो ठीक। नोटबंदी और जीएसटी से जब-जब कोई मौतें होंगी वह तब-तब कांग्रेस राजनीति करेगी और आगे आएगी।
उन्होंने कहा कि प्रकाश पांडे की मौत नहीं बल्कि हत्या हुई है और इस हत्या के पीछे सीधे-सीधे बीजेपी सरकार दोषी है, क्योंकि बीजेपी सरकार की जीएसटी और नोटबंदी जैसी नीतियों के कारण ही प्रकाश पांडे ने आत्महत्या की है।
कांग्रेस के प्रीतम सिंह ने प्रकाश पांडे के परिवार को दी जाने वाली मुआवजे की राशि 12 लाख से बढ़ाकर 50 लाख करने की मांग की है। उनका कहना है कि मृतक व्यक्ति व्यापारी था और जो आर्थिक सहायता सरकार दे रही है वो व्यापारी के लिए बहुत कम राशि है। ')}