पूर्णागिरि मेले के लिए शासन-प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। 30 मार्च से शुरू होने वाले इस मेले में लाखों श्रद्धालुओं के पहुँचने की उम्मीद है। पूर्णागिरि मेले में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु देवी मां के दर्शन को पहुंचते हैं। इस बार भी लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है पिछले वर्ष कोरोना वायरस के चलते मेले का आयोजन स्थगित कर दिया गया था।
इस बार कोविड नियमों के पालन के साथ मेले का आयोजन होगा। श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाओं को जुटाने के लिए जिला-प्रशासन पूरी तरह सक्रीय हो गया है। डीएम ने मेला क्षेत्र में पेयजल की सुवधाओं के साथ स्वास्थ्य, स्वच्छता, सुरक्षा और विद्युत सुविधाओं को सुधारने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि पूर्णागिरि मंदिर उत्तराखंड के चंपावत जिले में टनकपुर के पास अन्नपूर्णा शिखर पर स्थित है। 5,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर 108 सिद्ध पीठों में से एक माना जाता है। पूर्णागिरि मंदिर के बारे में मान्यता है कि यहां पर माता सती की नाभि का भाग भगवान विष्णु के चक्र से कटकर गिरा था। यहां माता के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु देश भर से आते हैं। चैत्र नवरात्र से शुरू होने वाला यह मेला जून महीने तक चलेगा।