मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को कैंट रोड स्थित सेना की ईको टास्ट फोर्स के कार्यालय तथा नर्सरी का भ्रमण किया। उन्होंने नर्सरी मे पैदा की जा रही विभिन्न प्रजातियों के पौधों का अवलोकन किया। उन्होंने इस अवसर पर ईको टास्क फोर्स के परिसर में ही अर्जुन के पौधे का भी रोपण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना की इको टास्क फोर्स का वृक्षारोपण के माध्यम से पर्यावरण सरंक्षण में बड़ा योगदान हैं। उन्होंने प्रदेश में 02 इकोलाॅजिकल कम्पनी खोले जाने की भी बात कही।
कम्पनी में 200 पूर्व सैनिकों को सेवायोजित कर रोजगार उपलब्ध हो सकेगा तथा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किये जा रहे प्रयासों को और अधिक गति मिल सकेगी।मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने इको टास्क फोर्स से एसी प्रजाति के फलदार वृक्षों को पर्वतीय क्षेत्रों में लगाये जाने की अपेक्षा जो स्थानीय लोगों की आर्थिकी को मजबती प्रदान कर पलायन रोकने में मददगार बन सके।
उन्होंने ऐसे पौधों की नर्सरी भी तैयार करने को कहा, जिससे जंगली जानवरों को जंगल में ही चारा व भोजन मिल सके ताकि जंगली जानवरों से खेती को हो रहे नुकसान को कम किया जा सके। मुख्यमंत्री ने इको टास्क फोर्स से रिस्पना व बिन्दाल के पुनर्जीवीकरण में भी योगदान की अपेक्षा की। मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत भी थे। इको टास्क फोर्स के कर्नल एच.डी.एस.राणा ने बताया कि इको टास्क फोर्स द्वारा नमामि गंगे योजना के अन्तर्गत 08 लाख वृक्षों का रोपण किया गया है तथा उत्तरखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उनके द्वारा प्रभावी प्रयास किये जा रहे है।
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