रुड़की: सहारनपुर के बाद अब रुड़की और उत्तराखंड के अन्य कई जगहों पर तरह-तरह की अफवाहों के चलते एक रुपये का छोटा सिक्का से चलन से बाहर किया जा रहा है। कई जगहों पर तो विवाद मारपीट तक पहुंच चुका है। फ़ैल रही अफवाहों पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
छुटमलपुर में विवाद-
उत्तराखंड के एक अखबार में छपी खबर के अनुसार शनिवार को छुटमलपुर से आ रही एक बस में बैठी छात्रा को बस कंडक्टर ने एक रुपये के कुछ छोटे सिक्के दिए, लेकिन छात्रा ने कंडक्टर को सिक्के वापस कर दिए। छात्रा का कहना था कि इन सिक्कों को बाजार में कोई नहीं ले रहा है। काफी देर तक बहस के बाद मजबूरन बस कंडक्टर को दूसरे सिक्के देकर देकर पीछा छुड़ाना पड़ा।
रविवार को चाय की एक दुकान पर ग्राहक ने दुकानदार को एक रुपये का छोटा सिक्का दिया गया, जिसे ग्राहक ने लेने से साफ इनकार कर दिया। इस बात को लेकर दोनों के बीच जमकर बहस हुई। कुछ लोगों ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए शांत कराया। इसके साथ ही कई स्थानों पर तो मामला मारपीट तक भी पहुंच रहा है।
दूसरी ओर एलडीएम (लीड बैंक मैनेजर) एके झा का कहना है कि सभी प्रकार की मुद्रा प्रचलन में है। एक रुपये का छोटा सिक्का पूरी तरह चलन में है। रिजर्व बैंक की ओर से इस सिक्के के लेनदेन पर कोई रोक नहीं है। दुकानदारों और ग्राहकों को चाहिए कि वह इस सिक्के को चलन में रखे और कोई भी सिक्के को लेने से इनकार ना करें। कोई भी व्यक्ति मुद्रा को लेने से इनकार नहीं कर सकता है। यदि ऐसा है, तो यह दंडनीय अपराध है। लोगों को भी इन अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। ')}