रुद्रप्रयाग: गढ़वाल रेजिमेंट का इतिहास गौरवशाली रहा है। उत्तराखंड का हर युवा इसका हिस्सा बनना चाहता है। हाल ही में 159 नवप्रशिक्षित जवानों ने हर कीमत पर देश सेवा की कसम खाई। होटल छोड़ सेना में भर्ती हुए उरोली गांव के विपिन सिंह भी इसका हिस्सा थे। बेटे के सेना में भर्ती होने पर परिजनों में ख़ुशी का माहौल था। शनिवार को गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंट सेंटर के भवानी दत्त परेड ग्राउंड में सेना गीत की स्वर लहरियों के बीच देश की आन-बान-शान की हर कीमत पर रक्षा करने की 159 जवानों के साथ विपिन ने भी शपथ ली। कसम परेड समारोह के दौरान पूरे प्रशिक्षण में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए राइफलमैन विपिन को स्वर्ण पदक से नवाजा गया।
विपिन सिंह राणा रुद्रप्रयाग जिले में जखोली ब्लॉक के गांव उरोली के रहने वाले हैं। पिता मोर सिंह राणा गांव में धियाड़ी मजदूरी करते हैं। मां रुकमणी देवी ग्रहणी हैं। घर में बड़े भाई उदय सिंह और एक छोटा भाई है। विपिन की चार बहिने हैं जिनकी शादी हो चुकी है। गोर्ती इंटर कॉलेज से इंटर की पढ़ाई कर विपिन होटल में जॉब करने चले गए लेकिन मन नहीं लगा तो फिर लौट आये और सेना में भर्ती होने के लिए गांव में प्रशिक्षण लेने लगे। कड़ी मेहनत के बाद भर्ती रैली में विपिन ने बाजी मार दी और फिर प्रशिक्षण के हर क्षेत्र में शानदार प्रदशर्न कर स्वर्ण पदक का सम्मान पाया।
उरोली गांव निवासी एसडीइ प्रोडक्शन (sde production) निर्माता दौलत राणा ने बताया कि विपिन मेहनती लड़का है उसके सर्वश्रेष्ठ रिक्रूट बनने पर हमारे गांव का नाम रोशन हुआ है। सेना में भर्ती होने के लिए गांव के ही फौजी संदीप राणा और राहुल राणा ने विपिन का मार्गदर्शन किया, हमें ऐसे युवाओं पर भी गर्व है जो सेना में जाने के लिए युवाओं का मनोबल बड़ा रहे हैं। विपिन के सेना में भर्ती होने और सर्वोच्च रिक्रूट का सम्मान मिलने पर ग्रामीणों ने भी ख़ुशी जताई है।
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