कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ने के साथ क्रूड ऑयल की कीमतें गिरने से दुनियाभर के बाजार नीचे हैं। सऊदी अरब के तेल की कीमतों में कटौती की घोषणा के बाद क्रूड ऑयल की कीमतों में 30% की गिरावट आई। इसका असर भारतीय बाजारों पर भी देखने को मिला। सेंसेक्स 1463.76 अंक नीचे 36,112.86 अंकों पर पहुंच गया है। वहीं निफ्टी 409.45 अंक नीचे गिरकर 10,580 अंकाें पर पहुंच गया है। लेकिन भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के बीच एक अच्छी खबर यस बैंक के शेयर धारकों के लिए है, यस बैंक के शेयर में भारी उछाल देखा गया है। बाजार खुलने के साथ यस बैंक के शेयर में करीब 19 फीसद का उछाल दिखा। बैंक में ग्राहकों के पैसे सुरक्षित होने के सरकार के आश्वासन और उसे बचाने के लिए एसबीआई के आगे आने से निवेशकों का विश्वास थोड़ा लौटा है।
यस बैंक की वित्तीय हालत सुधारने के लिए RBI से संभाली कमान, ग्राहकों का पैसा सुरक्षित-
यस बैंक पर रिजर्व बैंक के रोक लगाने और निदेशक मंडल को भंग करने के बाद शुक्रवार को यस बैंक का शेयर 25 प्रतिशत गिरकर खुला था और सुबह के कारोबार में यह 74 फीसदी तक नीचे चला गया था। 2019 में 3 लाख 80 हजार 826 करोड़ रुपए की पूंजी वाले यस बैंक पर 2 लाख 41 हजार 500 करोड़ रुपए का कर्ज है। बैंक का एनपीए बढ़ा तो RBI ने कमान अपने हाथ में ली थी और बैंक के निदेशक मंडल को 30 दिन के लिए भंग किया है।
आरबीआई ने कदम इसलिए उठाया है ताकि बैंक की वित्तीय हालत को सुधारा जा सके, खाता धारकों के पैसों को डूबने से बचाया जा सके, RBI का कहना है कि बैंक के सभी ग्राहकों का पैसा सुरक्षित है फिलहाल बैंक की हालत को देखते हुए ग्राहकों को थोड़ी परेशानी होगी, खाता धारकों की बैंक से पैसा निकालने की सीमा 50 हजार रुपए महीना तय कर दी गई है। विशेष परिस्थितियों में 5 लाख रुपए तक खाते से निकाले जा सकते हैं। विशेष परिस्थिति का मतलब, पढ़ाई, इलाज और शादी है।