भारत-तिब्बत सीमा पर पिथौरागढ़ जिले के अंतिम गांव गुंजी के के समीप उच्च हिमालयी क्षेत्र में देवदार के सैकड़ों पेड़ों को अवैध तरीके से काटने का मामला सामने आया है, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में ग्राम प्रधान ने ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने और भविष्य में अवैध पातन रोकने की गुहार लगाईं है। वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि क्षेत्र में देवदार के कटे सैकड़ों ठूठ दिख रहे हैं।
अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या वन विभाग सोया हुआ है। बहुमूल्य देवदार के पेड़ अवैध रूप से सैकड़ों की संख्या में काटे जा रहे हैं, लेकिन वन विभाग सोया हुआ है, प्रधान की गुहार लगाने के बाद भी कोई कदम उठाने को तैयार नहीं है। क्या सीमांत क्षेत्र के जंगल इस तरह माफियाओं के हवाले कर दिए गए हैं। वन, विभाग, स्थानीय प्रशासन कहां सोए हुए हैं। एनटीजीटी, कोर्ट कचहरी जो इस तरह के मामलों में अत्यधिक संवेदनशीलता दिखाते हैं, सभी चुप क्यों हैं?
प्रधान ने बताया कि संपूर्ण क्षेत्र जाड़ों में बर्फ से ढका रहता है। पेड़ों का कटान इसी दौरान किया गया है। इसकी शिकायत उन्होंने वन विभाग को भी की है, वन विभाग की टीम उस क्षेत्र का दौरा भी कर आई है, लेकिन अभी कोई एक्शन नहीं दिखाई दिया है। इस पूरे वन क्षेत्र में उनके अनुसार डेढ़ हजार के करीब पेड़ काटे गए हैं। यह गंभीर अपराध नहीं रोका गया, अपराधियों के खिलाफ एक्शन नहीं किया गया तो इस उच्च हिमालयी क्षेत्र में वनों का सफाया ऐसे ही होता रहेगा और भविष्य में आपदाओं के रूप में फिर से अनेक समस्याओं को पहाड़ को ही झेलना होगा।