चमोली : जनपद में 2003 से क्षय रोग उन्मूलन के लिए पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। गत दिवस जिलाधिकारी महोदया द्वारा क्षय रोग निवारण कार्यक्रम की समीक्षा की गई। इस दौरान जिलाधिकारी को बताया गया कि इस वर्ष 2021 जुलाई तक जिले में 192 क्षय रोगी चिन्हित किए गए थे जिनका उपचार किया जा रहा है।
इनमें से अधिकांश क्षय रोगी 6 माह का कोर्स पूरा करने के बाद अब स्वस्थ्य हो गए है। कहा कि क्षय रोग का उपचार कराने वाले मरीजों को हर महीने पोषण भत्ता के रूप में 500 रुपये दिया जाता है। साथ ही योजना के तहत क्षय रोगियों के बारे में जानकारी देने वाले व्यक्ति को भी 500 रुपये की धनराशि देकर पुरस्कृत किया जाता है।
बता दें कि यदि किसी व्यक्ति को दो सप्ताह या उससे अधिक समय तक खांसी रहे, तो उस व्यक्ति में क्षय रोग होने की शंका होती है। ऐसे व्यक्तियों को नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में बलगम जाँच हेतु जाना चाहिए। उपचार के आरम्भ में ही माइकोबेक्टीरियम का ड्रग सेन्सिविटी टेस्ट किया जाता है। इस रोग का इलाज स्वास्थ्य विभाग द्वारा निशुल्क किया जाता है। इसलिए हमें अपने आसपास क्षय रोग के प्रति जागरूक होने की आवश्कता है। इस तरह हम रोगियों को पूर्णतः ठीक कर सकते हैं तथा उसके फैलाव को रोकने में मदद कर सकते हैं।