देहरादून : खेल के मैदान से उत्तराखंड के लिए बड़ी खबर है। राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी टीम के मुख्य कोच उत्तराखंड के पिथौरागढ़ निवासी भाष्कर भट्ट को वर्षों से नई प्रतिभाओं को तराशने के लिए प्रतिष्ठित द्रोणाचार्य (लाइफटाइम) पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। वहीं हरिद्वार की रहने वाली उत्तराखंड निवासी वंदना कटारिया को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। वंदना ने टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करके भारतीय महिला टीम को चौथा स्थान हासिल करने में मदद की थी।
बता दें कि पिथौरागढ़ निवासी भाष्कर देश को एक से एक बॉक्सर दे चुके हैं। भट्ट द्वारा प्रशिक्षित लोग विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में सुर्खियों में रहे हैं। हाल ही में, उनकी एक शिष्य, निवेदिता कार्की ने इस साल जुलाई में आयोजित चौथी युवा राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में मौजूदा युवा विश्व चैंपियन गीतिका से बेहतर जीत हासिल की और स्वर्ण पदक जीता।
भट्ट ने राष्ट्रीय युवा (पुरुष) टीम को भी कोचिंग दी है। उनके इस कामयाबी से पिथौरागढ़ के लोग बेहद खुश हैं हो भी क्यों नहीं उनकी इस उपलब्धि से राज्य का नाम रोशन हुआ है। भट्ट इस साल द्रोणाचार्य पुरस्कार पाने वाले राज्य के पहले व्यक्ति हैं। बता दें कि कोच बनने से पहले भाष्कर खुद तीन राष्ट्रीय पदक, दो बार ऑल इंडिया विवि चैंपियन और पांच बार स्टेट चैंपियन रह चुके हैं इस खेल में बेहद अधिक रूचि होने के चलते उन्होंने कोच बनकर देशभर में प्रतिभाओं को तराशना शुरू किया, कोच की भूमिका में उन्होंने 25 से 29 सितंबर 2019 तक 28 वीं पैरूग्वे में हुई जूलियस टोरमा मेमोरियल इंटरनेशनल बॉक्सिंग प्रतियोगिता मुख्य प्रशिक्षक के रूप में प्रतिभाग किया था। जिसमें भारतीय टीम ने तीन स्वर्ण, दो सिल्वर और पांच कॉस्य पदक प्राप्त किए थे। 10 से 24 अप्रैल 2021 तक किल्से, पोलैंड में हुई यूथ मैन एंड वूमैन बॉक्सिंग प्रतियोगिता में भारतीय यूथ महिला टीम ने उनके नेतृत्व में सात स्वर्ण, तीन कांस्य पदक जीते।