देहरादून : करीब 3 दर्जन बड़ी चोटियाँ पर फतह करने वाले उत्तराखण्ड के NIM के प्रिंसिपल कर्नल अमित बिष्ट को भारत सरकार के युवा कल्याण एवं खेलकूद मंत्रालय की ओर से तेनजिंग नोर्गे नेशनल एडवेंचर अवार्ड 2020 के लिए नामित किया गया है। जो राज्य के लिए गर्व की बात है।
कर्नल अमित बिष्ट के अलावा पिथौरागढ़ की शीतल का भी चयन हुआ है। यह पुरस्कार 13 नवंबर को राष्ट्रपति जी द्वारा राष्ट्रपति भवन में दिया जाएगा।
निम के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट को तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार पर्वतारोहण को प्रमोट करने और अनाम चोटियों का आरोहण करने के लिए दिया गया है। देश में सात लोगों को दिया है। इसकी हैसियत भी अर्जुन पुरस्कार जैसी है।
कर्नल अमित बिष्ट ने उत्तराखंड में पर्वतारोहण को प्रोत्साहित करने के लिए 19 से अधिक अनाम चोटियों का आरोहण किया है। इन चोटियों का नाम अलट-प्रथम, अटल द्वितीय, अटल तृतीय और अटल चतुर्थ रखा गया है। इसके अलावा उन्होंने हार्न आफ हर्षिल का भी सफल आरोहण किया। साथ ही पहली बार भारत-चीन सीमा पर निम के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने आइटीबीपी के साथ छह अनाम चोटियों का सफल आरोहण किया और लंबी दूरी गश्त भी की।
मूल रूप से यमकेश्वर (कोटद्वार) पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले कर्नल अमित बिष्ट 1998 में आईएमए देहरादून से पास आउट हुए थे जो महर रेजिमेंट में कमीशन हुए गुलमर्ग और सियाचिन के हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल में प्रशिक्षक रहे हैं। उन्होंने सियाचिन ग्लेशियर से लेकर सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश तक सेना में हेलीकॉप्टर उड़ाया है।
2018 में कर्नल अमित बिष्ट ने NIM के प्रधानाचार्य का पदभार ग्रहण किया था। उसी साल उनके नेतृत्व में आईटीबीपी की आठ सदस्यीय टीम ने अक्टूबर 2018 में छह दिनों के अंतराल में चार चोटियों का आरोहण किया। कर्नल बिष्ट को बहुत बहुत बधाई।
साभार : शीशपाल गुसाईं की वाल से