शनिवार को देहरादून में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर, आस्था की प्रतीक चारधाम यात्रा-2022 की तैयारियों की समीक्षा की गई। उन्होंने लोक निर्माण, एनएचआई, डीजीबीआर, गृह, पुलिस, चिकित्सा, खाद्य एवं आपूर्ति, परिवहन, पर्यटन, गढ़वाल मंडल विकास निगम आदि विभागों के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि यात्रा के दौरान किसी प्रकार की कोताही की अपेक्षा नहीं की जाएगी।
यात्रा के दौरान वहन क्षमता से अधिक तीर्थयात्रियों का प्रवेश न हो, इसकी उचित व्यवस्था हो। भूस्खलन और यातायात जाम की स्थिति में यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग से निकालने की सुविधा हो। सड़कों के सुधारीकरण, राष्ट्रीय राजमार्गों का चौड़ीकरण शीघ्र करने को कहा। उन्होंने यह भी आदेश दिया कि चारधाम यात्रा मार्गों पर अस्थाई चिकित्सा केंद्रों में पर्याप्त स्टाफ की तैनाती, जीवन रक्षक दवा, उपकरण, पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर एवं एंबुलेंस की उचित व्यवस्था हो। केदारनाथ एवं यमुनोत्री धाम में हृदय रोग विशेषज्ञ व अन्य विशेषज्ञों की तैनाती सुनिश्चित की जाए।
होटल, ढाबों आदि में भोजन एवं आवासीय सुविधाओं के रेट निर्धारण के साथ-साथ इस बात का ध्यान रखा जाए कि किसी भी यात्री से अधिक पैसा न वसूला जाए। जाम लगने की स्थिति में बच्चों, बुजुर्गों एवं महिलाओं का विशेष ध्यान रखते हुए उनके लिए पानी, दूध एवं फल आदि की व्यवस्था होनी चाहिए। इस बार रिकॉर्ड तोड़ तीर्थयात्रियों के यहां पहुंचने की संभावना है। पर्यटक आवास गृहों में अब तक 10.22 करोड़ तीर्थयात्रियों की बुकिंग की जा चुकी है।