देवभूमि में बहुत से ऐसे किसे सुनने को मिलते हैं जो अजीबोगरीब तो हैं लेकिन उनका सम्बन्ध आस्था से जुड़ा होता है। देवभूमि जहाँ एक बन्दर माँ की ममता को दिखा कर एक बिल्ली के बच्चे को अपने बच्चे की तरह पालता है। वहीँ दूसरा बन्दर खुद पर लगी चोट के इलाज के अस्पताल पंहुच जाता है जहाँ डॉक्टर से इलाज कराकर वो चुपचाप निकल जाता है। ऐसे ही इसी महीने में 1 और बन्दर का नायब किस्सा सामने आया है। कांवड़ियों के लिए एक बन्दर भगवान् बन गया।
खबर के मुताबित हरिद्वार आये कांवडी शुक्रवार को सडक किनारे सोये हुए थे कि अचानक झाडियों से एक जहरीला सांप निकलकर सोये हुए कांवड़ियों के बीच घुस गया ये सब पेड़ पर बन्दर देख रहा था बन्दर ने देखा कि सांप सायद आदमियों को डंस लेगा क्योंकि जानवर भी खतरनाक जानवरों के बारे में जानते हैं खतरे की आशंका को देखते हुए बन्दर नीचे उतरा और उनसे सांप की गर्दन पकड ली इतने में कांवडी उठ गए बन्दर के हाथ में सांप देख वो घबरा गए।
बदंर ने जमीन पर रगड़ रगड़ कर सांप को मौत के घात उत्तार दिया इस तरह से बन्दर की जाबांजी से कांवड़ियों की जान बची यह सब देख कावडी भी इस बजरंगी के भक्त बन गए यह किस्सा सुनकर हर किसी ने इसे शिव की महिमा और बजरंगी की कृपा बताया। हर शिवभक्त इस बन्दर को भगवान् की तरह मानकर इसे नमन करने लगे।
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