दिव्या रावत नाम को शायद हम सभी लोग जानते हैं ओर नही जानते हैं तो आप गुगल पर मसरूम लेडि सर्च करके देख लीजिऐ आपको सिर्फ दिव्या ही छाई हुई मिलेगी.
मसरूम एक ऐसी फसल है जिसका उत्पादन करना कठिन तो है
लेकिन इसका फल बहुत लाभकारी साबित होता है ऐसे दिव्या रावत ने मसरूम को अपना जीवन हमसफर ही बना दिया इतना ही नही कि वो कामयाब बिजनेस ओमेन हो गयी बल्कि इसलिऐ कि वह जन जागरण को भी इस काम से जोड रही है
ओर साथ ही युवाओं को भी सिखाती हैं कि कैसे वो मसरूम की खैती कर कामयाब बन सकते हैं।
विश्व जगत आज उन्हे मसरूम लेडि के नाम से जानने लगा है । दिव्या के इसी कार्य के कारण नारी शक्ति पुरूस्कार से सम्मानित किया जाऐगा।
चमोली मे कोट कंडारा गांव से अपने अभियान की शुरूहात करने वाली दिव्या आज ग्रामीण क्षेत्रों मे रोजगार के अवसर बढाने की कोशिशों मे लगी हैं
यह सम्मान उन्हे राष्टपति महोदय आठ मार्च को महिला दिवस के मोके पर प्रधान करेंगे ।
हमारे लिऐ यह गौरव की बात है कि उत्तराखंड की बेटी किसी से कम नही है । हर क्षेत्र वह आज अपना मुकाम हासिल कर रही है ।
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