जोशीमठ के लिये पहली बार यह छण आया है जब किसी महिला को राष्ट्रपति सम्मान से नवाजा जायगा। जोशीमठ की गमशाली गांव की रहने वाली सावित्री फोनिया ने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किये है। राजकीय आदर्श बालिका इण्टर कालेज जोशीमठ की प्रधानाचार्या सुश्री सावित्री फोनिया को शैक्षिक गुणवत्ता संवर्धन मे बेहतर प्रदर्शन करने के लिए राष्ट्रपति पुरूष्कार के लिए चयनित किया गया।
सुश्री फोनिया को आगामी पाॅच सिंतबर-शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति भवन मे राष्ट्रपाति रामनाथ कोविंद यह पुरूष्कार देगे। सुश्री फोनिया ने वर्ष 1982 मे जीजीआईसी श्रीनगर गढवाल मे रसायन विज्ञान के प्रवक्ता से अपनी सेवा प्रांरभ की। यहाॅ करीब 24वर्षो की सेवा के बाद वर्ष 2005 उनकी प्रोन्नति हाईस्कूल मलेथा मे प्रधानाध्यापिका पद पर हुई। और वर्ष 2007 मे इन्हें जीजीआईसी जोशीमठ के प्रधानाचार्या पद की बागडोर सैांपी गई।
सुश्री फोनिया कडक मिजाज के साथ ही अनुशासनप्रिय महिला हैं। और जब से उन्होने यहाॅ पदभार ग्रहण किया है विद्यालय का परीक्षा फल हमेशा शतप्रतिशत रहा है। सुश्री फोनिया शैक्षणिक गतिविधि को बेहतर बनाने के काम मे निंरतर जुटी रहती हैं। और उन्होने स्वय के प्रयासो से एनटीपीसी के सहयोग से मिड-डे मील के लिए एक मार्डन डायनिंग हाल निर्माण की ब्यवस्था की।
करीब दस लाख रूपये की लागत यह डायनिंग हाल निर्माणाधीन है। इसके अलावा सुश्री फोनिया ने अपने प्रयासो से ई-टीच स्मार्ट लैब का भी निर्माण कराया। बेहतर शैक्षणिक गतिविधि के साथ ही सुश्री फोनिया ने मानवीय गतिविधि भी जारी रखी। और रविग्राम के टमटा परिवार के अनाथ तीन भाई-बहिनो के परिवार को गोद लिया है।
इनके शैक्षणिक व सभी प्रकार के पारिवारिक खर्चा का वहन स्वयं सुश्री फोनिया व उनके विदेशो मे सेवारत विद्यार्थी करते है। मूल रूप से नीती घाटी के गमशाली गाॅव की सावित्री फोनिया का राष्ट्रपति पुरूष्कार के लिए चयन होने पर पूरे सीमांत पैनखंडा व चमोली जनपद मे खुशी की लहर है।
यह भी पढ़ें-इस कुमाऊनी गीत को देखकर आंखों में आए आंसू, ‘ना रोई मेरी ईजु मिन जान जरूरी छु’
उन्होंने अपने पद की गरीमा को बनाते हुये राजकीय बालिका इंटर कालेज को आर्दश बालिका इंटर कालेज बनाया साथ विद्यालय के पठन पाठन में सत प्रतिशत रिज़ल्ट देकर स्कूल को छेत्र में सबसे बड़े शिखर पर पहुंचाया है इसलिए उनको यह सम्मान दिया जा रहा है। ये पुरे उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है। ')}