क्रिकेट को जेंटलमैन का खेल कहा जाता है। लेकिन स्लेजिंग जैसी कुछ चीजों की वजह से क्रिकेट की सादगी और खेल के दौरान के रवैये से लगातार सवाल खड़े होते रहे हैं।अब इस खेल की सादगी को बनाए रखने के लिए आईसीसी क्रिकेट के नियमों में बदलाव लाने जा रहा है। आईसीसी द्वारा बनाए गए नियम 28 सितंबर से लागू होने जा रहे है। नए नियमों में बैट के डाइमेंशन और डीआरएस में भी बदलाव किए गए हैं।
हालांकि फिलहाल चल रही भारत और ऑस्ट्रेलिया की सीरीज पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। पहले नए नियम 1 अक्टूबर से लागू होने वाले थे लेकिन बाद में इसे 28 सितंबर से कर दिया गया।
नए नियम के अनुसार- बैट के आकार पर नियंत्रण रखा जाएगा। बैट की चौड़ाई 108 मिमी, मोटाई 67 मिमी और कोनों पर 40 मिमी से ज्यादा नहीं हो पाएगी। इसका ध्यान रखने के लिए अंपायर बैट गेज (माप यंत्र) का इस्तेमाल करेंगे।
रन आउट को लेकर भी नए नियम लागू होंगे। अब अगर रन के लिए दौड़ते समय बल्लेबाज क्रीज के अंदर आ जाएगा और उसका बल्ला हवा में भी रहेगा तो वह आउट नहीं होगा। ऐसा पहले नही होता था।
नए नियम के अनुसार अगर कोई खिलाड़ी मैदान पर खेल भावना के खिलाफ जाता है। तो अंपायर उसे रेड कार्ड दिखा कर पूरे खेल के लिए मैदान से बाहर भेज सकता है।नए नियमों के मुताबिक अगर एलबीडब्ल्यू के लिए रेफरल अंपायर्स के निर्णय से अलग आता है तो टीम अपना रिव्यू नहीं गंवाएंगी।
अब टी-20 मैचों में भी डीआरएफ लिए जा सकेंगे। पहले इन मैचों में डीआरएफ नही लिया जाता था। इसके अलावा बाउंड्री पर सीमा रेखा की बाहर की और जाकर कैच मान्य नहीं होगा उसे 6 रन माना जाएगा बाउंड्री पर खिलाड़ी सीधा होकर ही कैच लपकना होगा।
अब अगर गेंद किसी खिलाड़ी के हेल्मेट से टकराकर स्टंप पर लगा जाती है। या फिर कैच ले लिया जाता है, तो भी बल्लेबाज आउट माना जाएगा। जबकि ऐसा पहले नहीं होता था।
अगर यदि अंपायर पर हमला करने के लिए धमकी देना, अंपायर के साथ अनुचित और जानबूझकर शारीरिक संपर्क बनाना, किसी खिलाड़ी या किसी अन्य व्यक्ति पर हमला करने और किसी भी अन्य हिंसा के कृत्य को चौथे स्तर के अपराधों में शामिल किया गया है जिसके लिए खिलाड़ी को अम्पयार मैदान से बाहर कर देगा। यानी वो आउट माना जाएगा। ')}