उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के तुपेड़ गांव में गुरूवार रात को एक 3 साल की मासूम को बाघ ने उठा लिया। जानकारी के मुताबित बची बरामदे में सो रही थी। उसी समय वहां बाघ आ धमका और सीढ़ी के रास्ते घर के बरामदे में पहुंचकर उसने बची को पहले तो नीचे फैका और फिर उठा ले गया।
पुलिस के मुताबिक दैलेख जिला भैरी आंचल(नेपाल) निवासी देवेंद्र नाथ तुपेड़ गांव में रहकर मजदूरी का काम करता है। उसका परिवार गुरूवार रात घर के नीचे वाले कमरे में खाना खा रहे थे। और उनकी 3 साल की बेटी बरामदे में सो रही थी। तभी बाघ ने उनकी बेटी सरिता को उठा दिया घंटना रात करीब 9 बजे की है
आनन फानन में गांव वालों ने शोर मचाया और वन विभाग को जानकारी दी। काफी देर खोजबीन के बाद बची का शव घर से 100 मीटर की दूरी पर गधेरे में मिला। बची की गर्दन और पैर पर गहरे जख्म होने के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गयी।
शव का पोस्टमार्टम करने के बाद उसे परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। गांव में इस घटना के बाद पिंजरा लगा दिया गया है। वन विभाग की टीम भी मौके पर नजर रखेगी। पीड़ित परिवार को विभाग को शासन की और से तीन लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। ')}