ठंड के मौसम में बर्फबारी वाले इलाकों में घूमने का मजा अलग ही होता है लेकिन नोएडा से आये एक पर्यटक को यह जान पर भारी पड़ गया दरअसल, आज सुबह औली में 10 नंबर टावर के पास एक युवक का शव मिला। बताया जा रहा है कि युवक मयंक गुप्ता निवासी ग्रेटर नोएडा 26 जनवरी को औली घूमने आया था।
26 नवंबर को उसने फ़ोन पर औली में होने की जानकारी घरवालों को दी थी, उसके बाद उससे संपर्क नहीं हो पा रहा था, काफी खोजबीन के बाद परिजन जोशीमठ पहुंचे और होटलों व धर्मशालाओं में तलाश शुरू की। पुलिस ने आज सुबह 10 नंबर टावर के पास खोज की तो युवक का शव मिला। वहीं, उसकी बाइक संख्या DL 35CH 4503 रोपवे की पार्किंग में खड़ी मिली।
पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट कहा जा सकता है कि युवक की मौत कैसे हुई, इस बार औली में रिकॉर्ड बर्फबारी हुई है इसके चलते हो सकता है कि ठंड के कारण उसकी मौत हो गई हो।
बर्फीले स्थानों पर अकेले ट्रैवलिंग न करें –
बर्फीली वादियों में घूमने के लिए मयंक अकेले ही गया था। हम चाहते हैं कि ऐसी गलती कोई भी न दोहराये, बर्फ़बारी वाले इलाकों के लिए जरूरी दिशा निर्देशों का हर कोई पालन करे। इसके लिए सभी लोगों को यह जानना भी जरूरी है कि बर्फ़बारी वाले इलाकों में किन-किन बातों का ख्याल रखना चाहिए, ताकि यात्रा सुखद हो और आप अपनी यात्रा का आनंद भी ले सकें-
- सबसे पहली बात बर्फीले स्थानों पर अकेले ट्रैवलिंग न करें, बर्फ में फिसलने, पहाड़ी से गिरने, बर्फ में दबने, ठण्ड की वजह से बेहोश होने का खतरा रहता है, ऐसे में आपका साथी आपके लिए मददगार हो सकता है।
- तंग कपड़े पहनने से बचें, हाथ व पैरों में रक्त के प्रवाह में कमी से बचने के लिए कपड़े ढीले भी होने चाहिए। बर्फ में घूमने के लिए जूते वॉटरप्रूफ होने चाहिए।
- सारे समय सिर, चेहरा, नाक व कान ढककर रखें। बुजुर्ग या फिर बच्चे व वे लोग जिनकी शारीरिक स्थिति अच्छा नहीं या फिर मधुमेह के शिकार हो उन्हें अलावा सावधानी रखने की आवश्यकता है।
- हाथ व पैरों को सूखा रखें, गीले कपड़े शीतदंश का खतरा बढ़ाते हैं, इसलिए गीले कपडे न पहने, शीतदंश से बचने के लिए पानी पीएं और अपने साथ भी जरूर रखें।
- स्कीन सुन्न होने पर अलाव, हीटर आदि का प्रयोग न करें, क्योंकि सुन्न स्कीन इससे जल जाती है, अगर ठण्ड की वजह से शरीर में किसी भी तरह की गंभीर समस्या बन रही है तो समय पर डॉक्टर के पास जाएं।