देहरादून: आज 23 फरवरी को ऋषिकेश, डोईवाला ओर हरिद्वार में एक साथ गरीबों को कपड़े बांटने का कैम्प लगाया गया। वैसे डॉ. चमोली हर शनिवार और रविवार को खाना खिलाने ओर कपड़े बांटने का कार्य करते ही रहते हैं, लेकिन आज गरीबों ओर बेसहारा लोगों को कपड़े बांटे गए, कपड़े पाकर लोगों की खुशी का कोई ठिकाना न रहा।
ज्यादातर लोग अपने पुराने कपड़ों को घर में काम करने वाली बाईयों को दे देते हैं, या फिर घर की साफ सफाई के लिए इत्तेमाल करते है, या फिर इन कपड़ो के बदले मिलने वाला सामान खरीद लेते है जैसे वर्तन इत्यादि। लेकिन कभी आपने सोचा है कि जो कपड़े आपके जरूरत के नही रहे वो दूसरों की जरूरत को पूरा कर सकते हैं।
जी हाँ, देहरादून के रहने वाले डॉ. चमोली उन कपड़ों को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचा देते हैं जिन्हें उसकी जरूरत होती है। जो लोग कपड़े देते हैं वे भी यही चाहते हैं कि उनके दिए कपड़े सही जगह पहुंचे। डॉ. चमोली लोगों के घरों से पुराने कपड़े इकट्टा करते है कई लोग डॉ. चमोली के इस कार्य से प्रभावित होकर अपने पुराने कपड़ो को संभाल कर रखते है और वक्त-वक्त पर चमोली जी को दे देते है।
आज ऋषिकेश में दो कच्ची बस्तियों में कपड़े बांटे गए। डोईवाला व हरिद्वार में तीन बस्तियां जिनको कपड़े बांटे गए। आज डॉ. चमोली के साथ सहयोगी डॉ. लव चौधरी व हरपाल सैनी रहे। डॉ. चमोली देश मे गरीबी और भुखमरी को लेकर बहुत चिन्तित है। देश मे गरीबी और भुखमरी का ये आलम है कि भूखमरी सूचकांक में भारत 100 वे नंबर पर आता है।
किसी भी शहर में आपको राह चलते हुए गरीबों ओर बेसहारों की कतारें दिख जाती है। उन्हें देखकर आपका भी मन दुखता होगा। आपके मन में भी ख्याल आता होगा कि काश हम भी मदद कर पाते। हर किसी की कुछ न कुछ मजबूरियां होती है। जिसकी वजह से उन्हें देख कर भी अनदेखा करते हुए लोग आगे बढ़ जाते है। लेकिन देहरादून के रहने वाले डॉ. संतोष चमोली को जहाँ भी गरीब व बेसहारा दिखाई देता है उसकी मदद के लिए आगे आ जाते है।
डॉ. चमोली ने बताया कि भविष्य में वे रोटी कैम्प भी लगाएंगे ताकि कोई भूखा न सो सके। हर किसी के बदन पर कपड़े रहे। रैबार उत्तराखंड के माध्यम से उन्होंने निवेदन किया कि यदि आपके आसपास कोई भी गरीब जरूरत मंद दिखाई पड़े उसकी मदद जरूर करें।