उत्तराखंड में इन दिनों जालसाजी और साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़े हैं। पुलिस द्वारा बड़े-बड़े खुलासे हो रहे हैं। पिछले एक महीने में पुलिस द्वारा किये कई बड़े खुलासे चौंकाने वाले हैं। खासकर साइबर ठगी के मामलों में भारी बढ़ोतरी होने के बाद पुलिस ने पिछले दिनों साइबर हेल्पलाइन जारी की है। साइबर क्राइम की किसी भी शिकायत के लिए 155260 पर कॉल कर सकते हैं।
लोगों को साइबर ठगी के प्रति लगातार जागरूक करने के बाद भी लोग बहुत आसानी से ठगी के शिकार हो रहे हैं। इसका मतलब यह हुआ कि जो जागरूकता फैलाई जाती है वह प्रयाप्त नहीं है। ऐसी स्थिति में सरकार द्वारा लोगों को साइबर ठगी और जालसाजी के प्रति और अधिक जागरूक करना होगा।
विभिन्न माध्यमों से मिली खबरों के अनुसार, देहरादून में साइबर ठगों ने एक महिला से कुत्ते के पिल्ले की ऑनलाइन खरीद के नाम पर झांसा देकर 63 लाख रुपये ठग लिए। इस मामले में साइबर पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है, वहीं कुछ दिन पहले उत्तरकाशी निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर उत्तरकाशी पुलिस ने 02 अभियुक्तों को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।
दोनों ने व्यक्ति से 250000 रु0 की धोखाधडी कर डाली थी, जून के आखिरी दिनों में पुलिस ने पांच राज्यों से 14 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया था इन साइबर ठगों ने उत्तराखंड के सात जिलों चंपावत, अल्मोड़ा, चमोली, देहरादून, पौड़ी, उधमसिंहनगर व नैनीताल जिले के व्यक्तियों से साढ़े 11 लाख रुपये से ज्यादा का साइबर फ्राॅड किया था।
दरअसल, उत्तराखंड में ही नहीं पूरे देश में साइबर ठगी के मामले बढ़े हैं ऐसे में लोगों को खुद ही जागरूक और सतर्क रहने की आवश्यकता है। अगर आप साइबर ठगी का शिकार होने से बचना चाहते हैं तो आपको निम्न लिखित बातों का ध्यान देना होगा-
– ऑनलाइन किसी भी तरह के ऑफर और लालच में ना आएं, जैसे कम पैसों में फ़ोन, कपडे, टेबलेट, गाड़ी और अन्य वस्तुओं की खरीद में।
-कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार भी बनाया जा रहा है इससे सावधान रहे।
– ईमेल और फ़ोन के जरिए आपको लॉटरी निकलने का झांसा दिया जाएगा, यह जान लें कि कोई भी अनजान आदमी आपको ऐसे ही लाखों रुपये नहीं दे देगा। ऐसे किसी भी ईमेल के झांसे में कभी भी ना आएं।
– अपनी ईमेल का पासवर्ड मजबूत रखें अपनी ईमेल आईडी और पासवर्ड किसी से साझा न करें। अपने फ़ोन पर किसी मेल से मिले अटैचमेंट को डाउनलोड न करें।
– अनजान व्यक्ति से फोन पर बात कर उसके बहकावे में ना आए, ऑनलाइन लोन लेने से बचें, पैसे डबल होने कैशबैक जैसे ऑफर देने वालों को पूरी तरह नकारें। ऑनलाइन एफडी, बीमा इन्शुरेन्स के लिए फ़ोन करने वालों से सतर्क रहे।
– अच्छी तरह जांच करने के बाद ही किसी भी बैंक खाते में राशि डालें। ऑनलाइन खरीद करते समय अच्छी तरह से वेबसाइट चेक कर लें अधिकृत वेबसाइट से ही शॉपिंग करें। वेबसाइट पर आपकी निजी जानकारी लीक होने का खतरा रहता है।
– फेसबुक, ट्विटर आईडी का पासवर्ड स्ट्रांग रखें, अगर सोशल मीडिया के माध्यम से आपको किसी अनजान व्यक्ति द्वारा लिंक भेजा जाता है तो उसे न छुएं।
– कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर आपसे रुपयों की मांग करता है, तो पहले जांच लें या मैसेज करने वाले से फोन पर संपर्क करें।
– बैंक कर्मचारी कभी भी फोन पर डिटेल्स नहीं मांगते हैं अगर कोई आपको फ़ोन करके आपको बैंक अधिकारी बता रहा है तो उसे बैंक सम्बन्धी कोई भी जानकारी न दें।
– विदेशों में नौकरी के लालच में न फसें, नौकरी के लिए किसी को ऑनलाइन पैसे कभी न भेजें।
– यदि आपको किसी कम्पनी के नाम से इनाम जीतने की कोई पार्शल या डाक आई हो तो उसकी शिकायत साइबर सेल से करें।
– यदि कोई आपको फ़ोन या अन्य माध्यम से धमकी देकर पैसों की मांग करता है तो उसकी शिकायत तुरंत साइबर सेल से करें।
बता दें कि आजकल ऑनलाइन मेट्रोमोनियल वेबसाईट भी सरदर्द बनी हुई हैं। कई बार लोग इसके लिए अपनी पूरी जानकारी फैक वेबसाइट पर अपलोड करते हैं जिसके बाद ऑनलाइन ठगी करने वालों को परिवार की पूरी जानकारी हासिल हो जाती है। उत्तराखंड पुलिस के अनुसार, यदि आप अपने होने वाले लाईफपार्टनर को ऑनलाईन ढूंढ रहे है तो इन बातों का रखें ध्यान-
– वेैरिफाईड मेट्रोमोनियल वेबसाईट पर ही जायें।
– मेट्रोमोनियल वेबसाईट के लिए नई ई-मेल आईडी बनाया जाना सुरक्षित है।
– अपने मैच का बैकग्राउण्ड अवश्य चैक कर लें।
– अपने परिवार को इस बात की जानकारी अवश्य दें।
– अपनी पर्सनल जानकारी साझा न करें।
– हमेशा सार्वजनिक स्थानों पर ही मिलें, अकेले या एकांत जगहों पर न मिलें।
– अपनी संवेदनशील फोटोग्राफ शेयर न करें।
– एन0आर0आई0 प्रोफाईल के बारे में आवश्यक सावधान रहें।
सावधान रहे। सबकों जागरूक करें। इस खबर को हर उत्तराखंड के व्यक्ति तक पहुंचाएं-🙏