ऋषिकेश में वीआईपी लोगों और अफसरों के साथ फोटो खिंचवाकर लोगों से ठगी करने वाले एक कथित संत को उत्तराखण्ड पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार किया। पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड ने अपना कार्यभार ग्रहण करते ही बोला था कि नाम का दुरूपयोग करने वालों को बिल्कुल भी बक्शा नहीं जाएगा। पीड़ित ने जैसे ही ठगी की पुलिस में शिकायत की, तो इस कथित संत ने अपना प्रभाव दिखाने के लिए तमाम फोटो वायरल कर दिए। उसे लगा कि पुलिस पीड़ित की शिकायत पर कोई एक्शन नहीं लेगी।
लेकिन DGP के दिशा निर्देश पर पुलिस ने तुरंत मुकदमा पंजीकृत कर इस कथित संत को जेल भेज दिया। उसकी वीआईपी लोगों और अफसरों के साथ फोटोज काम नहीं आई।
बता दें कि पुलिस ने रविवार को पानीपत, हरियाणा के योगी प्रियव्रत अनिमेश उर्फ महेंद्र उर्फ रोबिन खलीफा को ऋषिकेश की एक महिला से जेवर ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस साधुवेशधारी ने गिरफ्तारी से कुछ दिन पहले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अपनी पुस्तक मानस मोती का विमोचन कराया था। यह मुलाकात कैसे हुई और किसने करवाई उसकी भी जांच चल रही है। जो अभी गोपनीय है। सायद जल्द इस बात का भी खुलासा हो जाएगा। फिलहाल उत्तराखंड पुलिस बाबा के कारनामों का इतिहास खंगाल रही है।