उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर आने श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस समय भारी बारिश के अलर्ट के बावजूद भी जिस रफ़्तार से यात्रा आगे बढ़ रही है उससे चारधाम यात्रा का नया रिकॉर्ड बनने ही वाला है। दरअसल इस साल 20 जुलाई तक 28,26,715 तीर्थ यात्रियों ने चारधाम की यात्रा पूरी कर ली है और अभी चारधाम यात्रा अपने आधे पढ़ाव में भी नहीं पहुंचे है।
साल 2019 में सर्वाधिक 34.84 लाख यात्री चारधाम यात्रा में आए थे, जो इससे पहले की यात्राओं की तुलना में रिकॉर्ड था। कोविड महामारी के कारण 2020 और 2021 में चारधाम यात्रा प्रभावित रही लेकिन इस साल यात्रा ने रफ़्तार पड़की अगस्त के महीने में ही यात्रियों की संख्या का नया रिकॉर्ड कायम हो सकता है। बुधवार को 10436 यात्रियों ने चारों धाम के दर्शन किये। जिसमें बद्रीनाथ धाम में सबसे अधिक 4653 श्रद्धालु पहुंचे इसी तरह केदारनाथ में 4255, गंगोत्री में 544, यमुनोत्री में 640 और हेमकुंड साहिब में 344 तीर्थयात्रियों ने माथा टेका। बता दें बरसात की वजह से कुछ दिन से चारधाम यात्रा काफी धीमी हो गई थी प्रतिदिन 5000 यात्री ही चारधाम पहुंच रहे थे लेकिन पिछले एक दो दिन से यह रफ़्तार दोगुनी हो गई है।
बता दें कि इस साल अब तक बद्रीनाथ धाम में कुल 9,82,966 , केदारनाथ धाम में 8.97,199, गंगोत्री में 4,53,561 और यमुनोत्री धाम में 3,48,784 तीर्थयात्री पहुंचे हैं। इसके अलावा हेमकुंड साहिब में 1,35,143 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। 9062 लोगों ने गोमुख के दर्शन भी किये। चारधाम यात्रा पर इस बार सबसे अधिक श्रद्धालुओं की जान भी गई है। कुल 217 तीर्थयात्रियों की मृत्यु हुई है जिसमें केदारनाथ धाम की यात्रा के दौरान सबसे अधिक 106 यात्रियों की हृदय गति रुकने से मौत हुई है। देखिए आंकड़े-