देहरादून : पंडित दीन दयाल उपाध्याय भारत की महान प्रतिभाओं में से एक हैं। उनकी सोच, विश्वास और योगदान ने देश को विश्व में उच्चतम स्थिति प्रदान की है। उनकी विचारधारा और सोच आज भी हमारे दिमाग को प्रभावित करते हैं और हमें नये निर्माणों के लिए प्रेरित करते हैं। पंडित दिन दयाल उपाध्याय के जन्मदिन पर हम उनके योगदान, साहस और अद्भुत आत्मविश्वास की स्मृति करते है।
पंडित उपाध्याय का जीवन और योगदान मानवतावाद, भारतीय समग्रता और राष्ट्रीय एकता के प्रतीक रहे हैं। उन्होंने अपने दायित्वों को सम्पूर्ण कर्तव्यवान और देशभक्ति की भावना से निभाया। उनकी सभ्यता, सम्मानभावना और नीतिशास्त्रीय विचारधारा ने देशभक्ति और एकता की अपार प्रेरणा प्रदान की।
उत्तराखंड सरकार में पंडित उपाध्याय के नाम से लोक कल्याणकारी कई योजनाएं चल रही हैं। जिसमें प्रमुख है दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना। उत्तराखंड का सहकारिता विभाग इस योजना को राज्य के किसानों के लिए करीब छह साल से चला रहा है। जिसमें एक लाख, दो लाख, तीन लाख, और पांच लाख रुपये बिना ब्याज के किसानो, और महिला समूह को को-ओपरेटिव बैंक, और सहकारी समिति देती हैं …
दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना एक महत्वपूर्ण पहल है जिसने उत्तराखंड के किसानों को आमदनी में दोगुनी करने का अवसर प्रदान किया है। इस योजना के अंतर्गत, किसानों को 0% ब्याज पर ऋण प्राप्त करने की सुविधा दी गई है, जिसके कारण वे न केवल अपनी कृषि उपज को बढ़ा सकते हैं, बल्कि और भी आवश्यक सामग्री खरीदने और किसानी का क्षेत्र विस्तार करने के लिए अधिक संसाधन प्राप्त कर सकते हैं।
उत्तराखंड सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत, इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल से 31 अगस्त तक 412 करोड़ रुपए के उपरांत 64866 लोगों को ऋण प्रदान किया गया है। इसमें, 132 स्वयं सहायता समूहों ने भी शामिल होकर इस सफलतापूर्वक योजना में योगदान दिया है। इस तरीके से, 43% ऋण वितरण सम्पन्न हुआ है। यह योजना किसानों को ब्याज पर ऋण देने की जरूरत पड़ने से बचाती है, जो उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मदद करती है।
किसानों को ऋण प्रदान के अंतर्गत ब्याज मुक्त ऋण प्राप्त करने में अनेक लाभ हैं। पहले, इस योजना के तहत मिलने वाले ऋण उनकी आर्थिक दुर्गमियों को कम करने में मदद करते हैं, राज्य में लाखों किसानों ने इस बिना ब्याज के ऋण से अपनी आमदनी दोगुनी की है। वह आत्मनिर्भर बने हैं, बन रहे हैं।
इसके अलावा, दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के अंतर्गत ब्याज मुक्त ऋण प्राप्त करने से किसानों की कठिनाइयां कम होती हैं। सामाजिक कारणों के कारण, किसानों के पास अक्सर पर्याप्त बचत नहीं होती है, जिसके कारण वे दिनभर मेहनत करते हैं लेकिन उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है। योजना के तहत मिलने वाले 0% ब्याज ऋण उन्हें इस स्थिति से बाहर निकलने का अवसर प्रदान करते हैं और उन्हें अपने मेहनत के मान्यता को बचाने की संभावना देते हैं।
यह योजना उत्तराखंड सरकार के उद्देश्यों का भी साक्षात् प्रमाण है। उत्तराखंड सरकार ने यह मिशन शुरू किया है ताकि वह अपने किसानों के लिए सुरक्षित और अनुकूल वातावरण सुनिश्चित कर सके। इस संबंध में, यह योजना स्पष्ट रूप से अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और किसानों के लिए उत्कृष्टता को प्राप्त करने का माध्यम बन गई है।
सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत का कहना है कि, दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना उत्तराखंड के किसानों को उनकी आमदनी में दोगुनी करने का अद्वितीय अवसर प्रदान कर रही है। ब्याज मुक्त ऋण प्राप्त करने के बाद, किसानों को ऋण के ब्याज के लिए चिंता करने की जरूरत नहीं होती है और उन्हें आर्थिक संकट से बाहर निकलने का अवसर मिलता है। साथ ही, यह योजना उत्तराखंड सरकार की महत्वाकांक्षी उद्देश्यों का प्रमाणित उदाहरण है और किसानों के लिए सुरक्षित और समर्पित माहौल बनाने में मदद करती है।
हमारे समाज के निर्माण में किसानों की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता देते हुए, सरकार का निश्चित रूप से यह दूरदर्शी कदम है जिसकी वास्तव में प्रशंसा और सराहना होती है।