माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशों के क्रम में देहरादून शहर में मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण, नगर निगम देहरादून एवं जिला प्रशासन देहरादून द्वारा जन सामान्य हेतु बनाये गये फुटपाथों, गलियों सड़कों एवं अन्य स्थलों पर किये गये अनधिकृत निर्माणों एवं अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त किये जाने की कार्यवाही सम्पादित की जा रही है।
अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त किये जाने के संबंध में अपर मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने बताया कि रविवार को इस अभियान के अन्तर्गत 320 कार्मिकों द्वारा 67 अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त किया गया है। 788 कार्मिकों द्वारा 133 अतिक्रमणों का चिन्ह्किरण एवं 77 कार्मिकों द्वारा 02 भवनों के सीलिंग का कार्य किया गया है।
तीव्र गति से हटाया जा रहा अतिक्रमण-
अपर मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने कहा कि मा.उच्च न्यायालय के निर्देशों के क्रम में देहरादून शहर के अनधिकृत निर्माणों एवं अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रविवार को यातायात का दबाव कम रहने के चलते अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त किये जाने की कार्यवाही तीव्र गति से की गई है।
इसके साथ ही चिन्ह्ांकन व सिलिंग का कार्य भी किया गया है। उन्होंने कहा कि ध्वस्तीकरण की कार्यवाही जिन स्थानों में सुनिश्चित की जा रही है, उन स्थानों में ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया है, जिससे यातायात सुचारू रूप से चल सके एवं ध्वस्तीकरण का कार्य सुगमता से हो सके। उन्होंने कहा कि ध्वस्तीकरण की कार्यवाही के दौरान आम जनमानस का पूर्ण सहयोग मिल रहा है। उन्होंने अपेक्षा की है कि इसी प्रकार आगे भी आम जनमानस का सहयोग शासन प्रशासन को मिलता रहेगा। उन्होंने कहा कि यदि चिन्ह्किरण किये गये भवनों के स्वामी अपनी समस्या का समुचित कारण लेकर उनसे मिलने आयेंगे, तो नियमानुसार उनकी समस्या का समाधान भी किया जायेगा।
आम जनता को मिलेगा अतिक्रमण हटाने का लाभ-
अपर मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने कहा कि अवैध अतिक्रमणों के ध्वस्तीकरण के पश्चात् शहर की सडकों का चैड़ीकरण एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य भी तेज गति से किया जायेगा। इसका लाभ आम जनमानस को मिलेगा। उन्होंने कहा कि अवैध अतिक्रमणों के ध्वस्तीकरण के बाद सड़कों का चैड़ीकरण होने से शहर की सड़कों में टैªफिक जाम से निजात मिलेगा व यातायात सुगमता से चल सकेगा। देहरादून की सड़कों को पूर्ण रूप से अवैध अतिक्रमण मुक्त किया जायेगा।
अपर मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने कहा कि उक्त कार्य से संबंधित समस्त विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा अनधिकृत निर्माणों एवं अतिक्रमणों की सूचना उपलब्ध न कराये जाने, अतिक्रमणकारियों को किसी भी प्रकार से सहायता पहुंचाये जाने एवं मा.न्यायालय के आदेश के विरूद्ध कार्य किये जाने का यदि कोई प्रकरण संज्ञान में आयेगा, तो संबंधित अधिकारी/कार्मिक को मा.न्यायालय के आदेश की अवहेलना मानते हुए उनके खिलाफ तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। ')}