मौसम विभाग की तूफान को लेकर जारी चेतावनी सही साबित होती नजर आई। देर रात देहरादून में आंधी.तूफान और बिजली कड़कने के साथ तेज बारिश हुई। इसको देखते हुए कुछ समय के लिए पूरे शहर की बिजली काट दी गई। तेज हवाओं से कई जगह पेड़ और होर्डिंग्स गिरे हैं। मुख्यमंत्री आवास रोड पर पेड़ गिरने से यातायात बाधित हो गया। शहर में जगह-जगह एसडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में जुटी रहीं। देहरादून के गोविंदगढ़ इलाके में भी आंधी से नुकसान पहुंचा है। बिजली की लाइनें टूट गयी हैं।
इससे पहले मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए सरकार ने सभी डीएम को आपदा प्रबंध तंत्र को हाईअलर्ट पर रखने को कहा। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की चेतावनी में कहा गया है कि सभी जिलों में आपदा प्रबंधन तंत्र को किसी भी घटना से निपटने के लिए हाईअलर्ट पर रखा जाए। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से दूरभाष पर वार्ता की। उन्होंने राज्य में बारिश एवं आंधी की चेतावनी के मद्देनजर जानकारी ली।
राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। एनडीआरएफ की टीमों को हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने केंद्रीय मंत्री को धन्यवाद करते हुए अवगत कराया कि राज्य सरकार ने भी मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग और सभी जिला अधिकारी लगातार सुरक्षात्मक उपायों की समीक्षा कर रहे हैं।
प्रदेश में एसडीआरएफ की सभी टीमें फुल अलर्ट पर हैं। मुख्यमंत्री स्वयं स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। तूफान की चेतावनी को देखते हुए देहरादून, उत्तरकाशी, हरिद्वार, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, बागेश्वर और अल्मोड़ा के डीएम ने 8 मई को 12वीं तक के स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं। मौसम विभाग ने ओलावृष्टि और आंधी की चेतावनी जारी कर कहा है कि इस दौरान 70 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। पाकिस्तान से आने वाली तेज हवायें आंधी का कारण बन सकती हैं। ')}