वो कहते हैं न हौसले बुलंद हो और कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी कामयाबी की छलांग लगाई जा सकती है, वैश्विक महामारी कोरोना के कारण पैदा हुए हालातों से एक और दुनियाभर में लाखों लोगों की नौकरियों पर संकट आया हुआ है वहीं, उत्तराखंड की एक होनहार युवती ने अपनी काबिलियत के दम पर दुनिया की टॉप कंपनी गूगल में रिकॉर्ड पैकेज के साथ सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर नौकरी पायी है।
जी हाँ देहरादून के मोहकमपुर निवासी मैत्री रावत को दुनिया की टॉप कंपनी गूगल ने 54.80 लाख रुपये के पैकेज पर नियुक्ति ऑफर की है। मैत्री रावत का सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर चयन हुआ है। मैत्री रावत ने ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी से कम्प्यूटर साइंस में बीटेक किया है। बीटेक के अंतिम वर्ष में गूगल में प्लेसमेंट के लिए कोडिंग टेस्ट के बाद मैत्री के साक्षात्कारों का दौर शुरू हो गया था। अब गूगल ने मैत्री रावत का सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर प्लेसमेंट करने की घोषणा की है। मैत्री के पिता मोहन सिंह रावत एयरफोर्स से अवकाश ग्रहण करने के बाद बैंक में कार्यरत हैं।
गूगल में प्लेसमेंट मिलने से पहले भी मैत्री का कोझीजेंट, कैब जेमनाई, टीसीएस और इंफोसिस जैसी नामी कम्पनियों में भी सलेक्शन हो गया था मैत्री ने इस कामयाबी का श्रेय ग्राफिक एरा की उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और खुद क्लास लेने वाले ग्राफिक एरा ग्रुप के चेयरमैन डॉ. कमल धनमाला और अपने माता पिता को दिया है। मैत्री की इस कामयाबी से प्रदेश का ही नहीं बल्कि पूरे देश का नाम भी विश्व में रोशन हुआ है।
इससे पहले पिछले हफ्ते ही अमेरिकी मूल की विख्यात कम्पनी माइक्रोसॉफ्ट ने ग्राफिक एरा के बी टेक कम्प्यूटर साईंस के छात्र दीपक सिंह रौतेला को 40.37 लाख रुपये सालाना के पैकेज पर प्लेसमेंट के लिए चुन लिया था। लॉकडाउन के दौरान प्लेसमेंट के कीर्तिमान बनाने वाले ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं की एक के बाद एक बड़ी कामयाबी से छात्र-छात्राओं में नई उम्मीद जगी है।